PM MODI के अमेरिका दौरे के बाद दिल्ली में नए CM होगा शपथ ग्रहण, बीजेपी का आ गया नया प्लान!

बीजेपी में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर मंथन जारी है. इस संदर्भ में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की, जहां दिल्ली की नई सरकार की रूपरेखा पर चर्चा की गई. दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने सभी जीते हुए विधायकों से मुलाकात करने का फैसला किया है.

Delhi New CM: बीजेपी ने दिल्ली में 27 साल बाद बंपर जीत हासिल की है और 48 सीटें जीतकर बहुमत प्राप्त किया है. वहीं आम आदमी पार्टी (AAP) केवल 22 सीटों पर सिमट गई. नई सरकार के शपथ ग्रहण की संभावना 13 फरवरी के बाद जताई जा रही है, क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी 10 से 13 फरवरी तक फ्रांस और अमेरिका के दौरे पर रहेंगे. बीजेपी चाहती है कि मोदी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हों, इसलिए समारोह को 13 फरवरी के बाद आयोजित किया जा सकता है.

बीजेपी में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर मंथन जारी है. इस संदर्भ में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की, जहां दिल्ली की नई सरकार की रूपरेखा पर चर्चा की गई. दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने सभी जीते हुए विधायकों से मुलाकात करने का फैसला किया है. वे आज शाम विधायकों से मिलकर उन्हें जीत की बधाई देंगे और आगे की रणनीति पर विचार करेंगे. शनिवार को बीजेपी दफ्तर में जीत का जश्न मनाया गया.

नए सीएम पर हो चुकी है चर्चा!

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शपथ ग्रहण और नई सरकार की रूपरेखा पर चर्चा की है. दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि मुख्यमंत्री का चुनाव केंद्रीय नेतृत्व करेगा और पार्टी के विधायकों में से कोई भी कर्तव्यों को निभाने में सक्षम है. बीजेपी के सांसद मनोज तिवारी ने मीडिया से कहा कि सरकार बनाने के बाद यमुना को साफ करना पार्टी की प्राथमिकता होगी. उन्होंने यह भी कहा कि जो भी मुख्यमंत्री बनेगा, वह दिल्ली की जनता के लिए काम करेगा और प्रधानमंत्री मोदी की दी गई गारंटी को पूरा करेगा.

नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह भव्य होने की उम्मीद है और इसमें एनडीए के नेताओं के साथ एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे. बीजेपी के प्रदेश प्रभारी बैजयंत पांडा ने बताया कि दिल्ली में अगले 10-15 दिनों में नया मुख्यमंत्री चुना जाएगा. उन्होंने कहा कि सीएम के चयन की प्रक्रिया पूरी तरह से केंद्रीय नेतृत्व द्वारा तय की जाएगी. दिल्ली विधानसभा में 70 सीटें हैं, जिनमें से बहुमत के लिए 36 सीटें जरूरी हैं. 

दिल्ली की इस तरह रही राजनीति

दिल्ली में बीजेपी की यह जीत 27 साल बाद आई है. 1993 में बीजेपी ने पहली बार दिल्ली में जीत हासिल की थी, लेकिन उसके बाद 1998 में कांग्रेस ने सरकार बनाई. 2013 में बीजेपी ने सबसे अधिक सीटें जीतीं, लेकिन बहुमत से दूर रही. फिर कांग्रेस ने बाहर से AAP को समर्थन दिया और अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री बने. केजरीवाल की सरकार एक साल में ही गिर गई और उसके बाद AAP ने 2015 और 2020 में लगातार जीत हासिल की.

प्रवेश वर्मा का नाम सबसे आगे

अब, 27 साल बाद बीजेपी ने दिल्ली में सत्ता हासिल की है. बीजेपी में मुख्यमंत्री की दौड़ में दिल्ली सीट से जीतने वाले प्रवेश वर्मा का नाम भी चर्चा में है, जिन्होंने AAP के अरविंद केजरीवाल को 4,089 वोटों से हराया.

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09 February 2025, 06:28 PM IST

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