Chief Economic Advisor Dr V Anantha Nageswaran: संसद में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट 2024-25 पेश करने से पहले 22 जुलाई को आर्थिक सर्वेक्षण 2023-24 पेश कर दिया है. जिसे इकोनॉमिक सर्वे भी कहा जाता है. इकोनॉमिक सर्वे भारत सरकार द्वारा बजट से पहले पिछले एक साल में अर्थव्यवस्था की स्थिति की समीक्षा करने के लिए पेश किया जाता है. ये आर्थिक सर्वेक्षण बजट का मुख्य आधार होता है.
मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अनंथा नागेश्वरन ने रविवार को आर्थिक सर्वेक्षण 2023-24 पेश करते हुए भारत का एक नक्शा दिखाया, जिसमें हर राज्य और केंद्र शासित प्रदेश का नाम किसी दूसरे देश के नाम पर रखा गया था, जिसकी आबादी लगभग इतनी ही है. यह नक्शा, जो उनके पावरपॉइंट प्रेजेंटेशन का हिस्सा था, ऐसा लग रहा था जैसे किसी प्राइमरी स्कूल के छात्र की क्लास प्रोजेक्ट से लिया गया हो.
आर्थिक सलाहकार के इस प्रेजेंटेशन में एक अलग तरह का मैप देखने को मिला. जिसमें भारतीय राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के नाम की जगह दूसरे देशों के नाम लिखे गए थे. इसमें भारत का सबसे अधिक आबादी वाला राज्य, उत्तर प्रदेश, पाकिस्तान दिखाया गया है. इस मैप में बिहार के नक्शे पर मिस्र है, और झारखंड का जगह पर पेरू जो बिहार के साथ बॉर्डर शेयर कर रहा है. इस मैप को देख कर आपका दिमाग चकरा जाएगा.
इस मैप में छत्तीसगढ़ के लिए उत्तर कोरिया को दिखाया गया है, जबकि वे आसानी से ऑस्ट्रेलिया चुन सकते थे. इस मैप को देखने के बाद ऐसे लग रहा है कि इसे किसी बच्चे ने बनाया हो. इसमें गुजरात की जगह इटली है. ऐसे में ये सोचने वाली बात है कि नरेंद्र मोदी गुजरात से हैं और जॉर्जिया मेलोनी इटली तो क्या दोनों के बीच अच्छी बॉडिंग को लेकर ऐसे किया गया है.
इस मैप में हर राज्य का नाम बदल दिया गया है, लेकिन जम्मू-कश्मीर की जगह रवांडा बनाया गया है. पिछले हफ़्ते ही इसके राष्ट्रपति पॉल कागमे ने 99 प्रतिशत से ज़्यादा वोटों के साथ चुनाव जीतकर खुद को पीछे छोड़ दिया. कश्मीर भी विधानसभा चुनाव के लिए तैयार है. इस नक्शे में पश्चिम बंगाल की जगह वियतनाम को दिखाया गया है. यहां कर्नाटक का नाम बदलकर फ्रांस रख दिया गया है. वहीं केरल की जगह मलेशिया को दिकाया गया है. लेकिन हैरान करने वाली बात तो ये है कि क्या भारत के राज्यों की जनसंख्या किसी देश के बराबर है.
First Updated : Tuesday, 23 July 2024