New Parliament Building : 28 मई को पीएम मोदी नए संसद भवन का करेंगे उद्घाटन
28 मई, 2023 को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे। गुरुवार 18 मई को लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने पीएम मोदी से मुलाकात की और उन्हें नए संसद भवन के उद्घाटन के लिए आंमत्रित किया।
28 मई, 2023 को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे। गुरुवार 18 मई को लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने पीएम मोदी से मुलाकात की और उन्हें नए संसद भवन के उद्घाटन के लिए आंमत्रित किया। खबरों के अनुसार नए संसद भवन का निर्माण कार्य निर्धारित समय पर पूरा हो गया है। यह भवन आत्मनिर्भर भारत का शानदार नमूना है।
खास बात यह है कि 28 मई को वीर सावरकर की जयंती है। ऐसा अनुमान है कि संसद के मॉनसून सत्र की शुरुआत जुलाई के तीसरे सप्ताह में शुरू होने वाली है। इस सत्र की कार्यवाही नए भवन में ही शुरू की जा सकती है। फिलहाल इस बारे में कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है।
ओम बिरला ने किया ट्वीट
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने नए संसद भवन को लेकर ट्वीट कियाय। उन्होंने कहा कि भारत की 140 करोड़ से अधिक जनता की आशाओं और उम्मीदों पर खरा उतरते हुए संसद का नवनिर्मित भवन भी साल 2047 तक विकसित भारत के हमारे संकल्प को साकार करने का सशक्त माध्यम बनेगा। उन्होंने बताया कि पीएम मोदी 28 मई को इसका उद्घाटन करेंगे। यह देश की गौरवशाली लोकतांत्रिक परंपराओं को समृद्ध करेगा।
साल 2020 में हुआ था शिलान्यास
नए संसद भवन का निर्माण राष्ट्र के शक्ति केंद्र सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास का भाग है। पीएम मोदी ने 10 दिसंबर, 2020 को संसद के नए भवन का शिलान्यास किया था। आपको बता दें कि सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट केंद्रीय लोक निर्माण विभाग की परियोजना है। इसके तहत एक सामान्य केंद्रीय सचिवालय का निर्माण, एक नया उपराष्ट्रपति एन्क्लेव, राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक तीन किलोमीटर की सड़क का नवीनीकरण और प्रधानमंत्री का एक नया कार्यालय व आवास इसके अंतगर्त ही बनाए गए हैं।
नए भवन में एक साथ 888 सदस्य बैठ पाएंगे
नए संसद भवन में लोकसभा और राज्यसभा के लिए दो अलग-अलग चेंबर बनाए गए होंगे। इसमें एक साथ 888 सदस्य बैठ सकते हैं। वहीं राज्यसभा के चेंबर में एक साथ 384 सदस्य बैठ पाएंगे। बता दें पुरानी बिल्डिंग में संयुक्त सत्र का आयोजन सेंट्रल हॉल में किया जाता था। अब नए संसद भवन में इसका आयोजन लोकसभा चेंबर में किया जाएगा। जिसमें जरुरत पड़ने पर एक साथ 1280 सांसद बैठ सकेंगे।