Indian Navy में शामिल हुई नई जंगी जहाज विंध्यगिरि, 10 प्वाइंट्स में जाने इसकी खासियत

INS Vindhyagiri: प्रोजेक्ट 17ए कार्यक्रम के तहत कुल सात जहाज निर्माणाधीन हैं. परियोजना के पहले पांच जहाज 2019-2022 के कार्यकाल के दौरान एमडीएल और जीआरएसई द्वारा लॉन्च किए गए हैं.

calender
1/10

jbt

अपने पूर्ववर्तियों आईएनएस नीलगिरि, उदयगिरि, हिमगिरि, तारागिरि और दूनागिरि की तरह, विंध्यगिरि का नाम कर्नाटक की एक पर्वत श्रृंखला के नाम पर रखा गया है.

2/10

jbt

यह तकनीकी रूप से काफी एडवांस है और अपने पूर्ववर्ती आईएनएस विंध्यगिरि, लिएंडर क्लास एएसडब्ल्यू फ्रिगेट की विशिष्ट सेवा को उचित श्रद्धांजलि देता है.

3/10

jbt

लगभग 31 वर्षों की अपनी सेवा के दौरान पुराने विंध्यगिरि ने विभिन्न चुनौतीपूर्ण ऑपरेशन और बहुराष्ट्रीय अभ्यास का हिस्सा रहा.

4/10

jbt

नव नामित विंध्यगिरि अपनी समृद्ध नौसैनिक विरासत को अपनाने और स्वदेशी रक्षा क्षमताओं के भविष्य की दिशा में खुद को आगे बढ़ाने के भारत के दृढ़ संकल्प का प्रतिनिधित्व करता है.

5/10

jbt

विंध्यगिरि प्रोजेक्ट 17ए फ्रिगेट्स का छठा जहाज है.

6/10

jbt

ये युद्धपोत प्रोजेक्ट 17 क्लास फ्रिगेट्स (शिवालिक क्लास) के फॉलो-ऑन हैं.

7/10

jbt

यह बेहतर स्टील्थ सुविधाओं, उन्नत हथियारों और सेंसरों के साथ-साथ प्लेटफ़ॉर्म प्रबंधन प्रणालियों से सुसज्जित है.

8/10

jbt

प्रोजेक्ट 17ए जहाजों को भारतीय नौसेना के युद्धपोत डिजाइन ब्यूरो द्वारा इन-हाउस डिजाइन किया गया है, जो सभी युद्धपोत डिजाइन गतिविधियों के लिए अग्रणी संगठन है.

9/10

jbt

प्रोजेक्ट 17ए जहाजों के उपकरण और प्रणालियों के 75 प्रतिशत ऑर्डर स्वदेशी फर्मों से हैं. इसमें सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) शामिल हैं.

10/10

jbt

विंध्यगिरि का प्रक्षेपण "आत्मनिर्भर नौसैनिक बल के निर्माण में हमारे राष्ट्र द्वारा की गई अविश्वसनीय प्रगति" का एक उपयुक्त प्रमाण है.