Manipur Violence: मणिपुर को लेकर निर्मला सीतारमण का विपक्ष पर हमला, कहा- उनकी मानसिकता वैसे ही काली है, जैसी....
Manipur Violence: मणिपुर मुद्दे पर राज्यसभा में सोमवार दोपहर को एक बार फिर से बेहद गहमागहमी देखने को मिली. क्योंकि जिस नियम के तहत मणिपुर हिंसा पर चर्चा होनी चाहिए, उस पर गतिरोध आठवें दिन भी खिंच गया.
हाइलाइट
- राज्यसभा में निर्मला सीतारमण ने विपक्ष पर बोला हमला
- निर्मला सीतारमण ने कहा कि विपक्ष की मानसिकता काली
- "विपक्ष मणिपुर को लेकर चिंतित नहीं हैं"
Manipur Violence: मानसून सत्र में संसद का अब तक का पूरा सत्र मणिपुर के भेंट चढ़ चुका है. इस मुद्दे पर विपक्ष लगातार सत्ता पक्ष को घेरने की कोशिश कर रहा है. सदन के दोनों सदनों में हो रहे हंगामे का मुख्य कारण एक मणिपुर भी है. इस मुद्दे पर राज्यसभा में सोमवार दोपहर को एक बार फिर से बेहद गहमागहमी देखने को मिली. क्योंकि जिस नियम के तहत मणिपुर हिंसा पर चर्चा होनी चाहिए, उस पर गतिरोध आठवें दिन भी खिंच गया. जिस पर बयान देते हुए केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि विपक्ष को मणिपुर की चिंता नहीं है. विपक्ष संसद में चर्चा से बचने के लिए मणिपुर मुद्दे पर अपना स्टैंड बदल रहा है.
"विपक्ष की मानसिकता उनके पहने हुए कपड़ों की तरह काली"
विपक्ष पर हमला बोलते हुए निर्मला सीतारमण ने कहा कि विपक्ष की मानसिकता उनके पहने हुए कपड़ों की तरह ही काली है. यह विपक्ष के पाखंड का स्पष्ट प्रदर्शन है. 'मणिपुर, मणिपुर' कहकर उन्होंने संसद की कार्यवाही को पूरी तरह से बाधित कर दिया है. बता दें विपक्ष सोमवार को नियम 267 के तहत सदन में चर्चा के लिए मांग कर रहा था, जो सदन में अन्य सभी कामों को रोक देने की अनुमति देता है. राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि सरकार नियम 176 के तहत अल्पकालिक चर्चा के लिए तैयार है. लेकिन विपक्षी सांसद अपनी मांग से नहीं हटे और सदन को बार-बार स्थगित करना पड़ा.
प्रधानमंत्री द्वारा बयान देने की मांग कर रहा विपक्ष
20 जुलाई से मानसून सत्र के लिए सदन की बैठक शुरू होने के बाद से ही कई विपक्षी सांसद नियम 267 के तहत चर्चा के लिए नोटिस जमा कर रहे हैं. विपक्ष मणिपुर राज्य की स्थिति पर सदन के दोनों सदनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बयान देने की भी मांग की है. विपक्षी सांसदों ने आलोचना की है कि प्रधानमंत्री ने सदन के बाहर मीडिया से बात की लेकिन संवेदनशील मामले पर संसद को संबोधित नहीं किया.
"संसद का नौ दिन खराब कर चुका है विपक्ष"
केंद्र सरकार ने कहा है कि वह चर्चा के लिए तैयार है और विपक्ष पर बहस से भागने का आरोप लगाया है. गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि वह इस मुद्दे पर सदन को संबोधित करने के लिए तैयार हैं. केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल ने कहा, "हम चाहते थे कि मणिपुर पर चर्चा दोपहर 2 बजे संसद में हो. वो विपक्षी सदस्यों को दी गई स्वतंत्रता का दुरुपयोग करने की कोशिश कर रहे हैं. सरकार मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन विपक्ष पहले ही नौ महत्वपूर्ण दिन खराब कर चुका है."