नितिन गडकरी ने गिनाई उपलब्धियां, इंडिया का रोड नेटवर्क अमेरिका के बाद दुनिया में दूसरे नंबर पर
दुनिया भर में सबसे बड़े सड़क नेटवर्क के मामले में भारत अब संयुक्त राज्य अमेरिका के बाद दूसरे स्थान पर पहुंच गया है. इंडिया ने 2014 के बाद से 1.45 लाख किलोमीटर सड़क नेटवर्क जोड़कर चीन को पछाड़कर दूसरा स्थान हासिल कर लिया है.
हाइलाइट
- नितिन गडकरी ने अपने कार्यकाल की गिनाई उपलब्धियां
- इंडिया का रोड नेटवर्क अमेरिका के बाद दुनिया में दूसरे नंबर पर
Indian Road Network Growth Nitin Gadkari: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने बतौर मंत्री अब तक के अपने कार्यकाल के दौरान हासिल की गई उपलब्धियों को साझा किया. उन्होंने बड़ा बयान देते हुए कहा कि दुनिया भर में सबसे बड़े सड़क नेटवर्क के मामले में भारत अब संयुक्त राज्य अमेरिका के बाद दूसरे स्थान पर पहुंच गया है. इंडिया ने 2014 के बाद से 1.45 लाख किलोमीटर सड़क नेटवर्क जोड़कर चीन को पछाड़कर दूसरा स्थान हासिल कर लिया है. पिछले 9 साल में भारत के रोड नेटवर्क में 59% की ग्रोथ हुई है। रोड नेटवर्क के मामले में भारत अब दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा देश भी बन गया है.
नौ साल पहले भारत का सड़क नेटवर्क 91,287 किलोमीटर
नितिन गडकरी ने कहा कि नौ साल पहले भारत का सड़क नेटवर्क 91,287 किलोमीटर था। गडकरी के कार्यकाल में, NHAI पिछले कुछ वर्षों में नए राष्ट्रीय राजमार्गों और एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य कर रहा है. अप्रैल 2019 से, NHAI ने देश भर में 30,000 किलोमीटर से अधिक राजमार्गों का निर्माण किया है, जिसमें कई प्रमुख एक्सप्रेस वे शामिल हैं.
NHAI ने बनाए कई सारे रिकॉर्ड्स: नितिन गडकरी
नितिन गडकरी ने NHAI के योगदान का भी जिक्र किया. जिसने इस समय के दौरान सात विश्व रिकॉर्ड बनाए। इस साल मई में NHAI ने 100 घंटे के अंदर 100 किलोमीटर लंबा नया एक्सप्रेस वे बिछाया. उत्तर प्रदेश में आगामी गाजियाबाद-अलीगढ़ एक्सप्रेस वे के निर्माण के दौरान यह ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की गई. पिछले साल अगस्त में, NHAI ने 105 घंटे और 33 मिनट के रिकॉर्ड समय में NH-53 पर अमरावती और अकोला के बीच 75 किमी लगातार एकल बिटुमिनस कंक्रीट सड़क का सफलतापूर्वक निर्माण करके गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था.
सड़कों और राजमार्गों से हासिल किए गए राजस्व को लेकर उन्होंने बताया कि टोल कलेक्शन नौ साल पहले के 4,770 करोड़ रुपये से बढ़कर 41,342 करोड़ रुपये हो गया है. उन्होंने कहा कि केंद्र का लक्ष्य अब टोल राजस्व को बढ़ाकर 1.30 लाख करोड़ रुपये करना है.उन्होंने कहा कि टोल संग्रह के लिए फास्टैग प्रणाली का इस्तेमाल किए जाने से टोल प्लाजा पर वाहनों के इंतजार करने का समय घटकर 47 सेकंड रह गया है. उन्होंने कहा कि सरकार इस समय को 30 सेकंड के भीतर लाने के लिए कुछ और कदम उठा रही है.