Uttarkashi Tunnel Rescue: सिल्कयारा सुरंग में फंसे श्रमिकों की सफल रेस्क्यू पर नितिन गड़करी ने खुशी जताई
Silkyara Tunnel Rescue: उत्तराखंड के उत्तरकाशी सिल्कयारा सुरंग में फंसे सभी 41 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है. काफी संघर्षों के बाद रेस्क्यू टीम को इस ऑपरेशन में सफलता मिली है.
Nitin Gadkari On Silkyara Tunnel Rescue: उत्तराखंड के उत्तरकाशी सिल्कयारा सुरंग में फंसे सभी 41 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है. काफी संघर्षों के बाद रेस्क्यू टीम को इस ऑपरेशन में सफलता मिली है. लगातार 17 दिनों के अथक प्रयास और धैर्य के बदौलत राज्य और केंद्र सरकार की सुरक्षा ऐजंसियों ने इस ऑपरेशन को अंजाम तक पहुंचाया है. इस सफल ऑपरेशन की खबर सामने आते ही केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने खुशी जाहिर की है.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर साझा वीडियो में नितिन गड़करी ने कहा कि मुझे बहुत खुशी है कि सिल्कयारा टनल के हादसे के कारण जो 41 मजदूर फंसे हुए थे वो बाहर निकले उनकी जान बची है. सभी एजेंसियों ने लगातार मेहनत की जिसके बाद ये सफलता मिली है. उन्होंने कहा कि ये बहुत ही गहरा संकट था.
सिल्क्यारा टनल बचाव कार्य में शामिल सभी का धन्यवाद। #SilkyaraTunnelRescue pic.twitter.com/H8r0JsRELY
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) November 28, 2023
'सबसे महत्वपूर्ण बचाव अभियानों में से एक '
रेस्कयू टीम को इस सफलता पर बधाई देते हुए नीतिन गडकरी ने कहा कि यह कई एजेंसियों द्वारा किया गया एक सामूहिक प्रयास था, जो हाल के वर्षों में सबसे महत्वपूर्ण बचाव अभियानों में से एक था. अनेक चुनौतियों का सामना करने के बावजूद विभिन्न विभाग और एजेंसियां एक-दूसरे के पूरक बने. सभी के अथक और ईमानदार प्रयासों और सभी की प्रार्थनाओं से यह ऑपरेशन संभव हो सका. बचाव टीमों के समर्पित प्रयासों के अनुकूल परिणाम मिला हैं.
मैं इस बचाव अभियान में शामिल प्रत्येक एजेंसी और व्यक्ति का आभार व्यक्त करता हूं. उनकी त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया के लिए अंतरराष्ट्रीय बचाव विशेषज्ञों, प्रशासनिक अधिकारियों और उत्तराखंड सरकार की गहरी सराहना करता हूं.
चिकित्सकीय देखरेख में रहेंगे श्रमिक
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा, "वे (श्रमिक) सभी एक अलग वातावरण से बाहर आए हैं इसलिए हम डॉक्टरों की सलाह के अनुसार काम करेंगे. पहले उन्हें चिकित्सकीय देखरेख में रखा जाएगा, उनकी निगरानी की जाएगी. किसी भी श्रमिक का स्वास्थ्य गंभीर नहीं है."