Nitin Gadkari: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने अवसरवादी नेताओं की अस्थायी पार्टी से जुड़े रहने की इच्छा पर चिंता व्यक्त की है. गडकरी ने कहा कि नेताओं की विचारधारा में इस तरह से हो रहे बदलाव लोकतंत्र के लिए अच्छी बात नहीं है. इतना ही नहीं गडकरी ने ये भी कहा कि जो अच्छा काम करता है उसे कभी सम्मान नहीं मिलता और जो बुरा काम करता है उसे कभी सजा नहीं मिलती.
गडकरी ने मौजूदा समय में सत्ताधारी पार्टी के साथ जुड़े रहने के इच्छुक अवसरवादी नेताओं पर चिंता व्यक्त की. उन्होंने जोर देकर कहा कि हालांकि ऐसे राजनेता हैं जो अपनी विचारधारा में निहित हैं, लेकिन उनकी संख्या धीरे-धीरे कम हो रही है. मीडिया एजेंसी के मुताबिक, ''मैं हमेशा मजाक में कहता हूं कि चाहे किसी भी पार्टी की सरकार हो, एक बात तय है कि जो अच्छा काम करता है उसे कभी सम्मान नहीं मिलता और जो बुरा काम करता है उसे कभी सजा नहीं मिलती.'' हालांकि उनका ये बयान किसी व्यक्ति विशेष के लिए नहीं था.
दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में नितिन गडकरी शामिल हुए. जहां पर उन्होंने कहा 'इस तरह की "विचारधारा में गिरावट" लोकतंत्र के लिए अच्छा संकेत नहीं है. इसके अलावा उन्होंने जोर देकर कहा कि 'बहस और चर्चा में मतभेद कोई समस्या नहीं है, बल्कि समस्या विचारों की कमी है.' उन्होंने कहा, "ऐसे लोग हैं जो अपनी विचारधारा के आधार पर दृढ़ विश्वास के साथ खड़े हैं, लेकिन ऐसे लोगों की संख्या घट रही है, और इस विचारधारा में गिरावट लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है.'
गडकरी ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू यादव के बोलने के कौशल की तारीफ भी की, साथ ही उन्होंने कहा कि मैने पूर्व रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडीस के व्यवहार, सादगी और व्यक्तित्व से बहुत कुछ सीखा है. उन्होंने कहा, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के बाद मैं जिस व्यक्ति से बहुत प्रभावित था, वह जॉर्ज फर्नांडिस ही थे.' इसके साथ ही गडकरी ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर का भी जिक्र किया, जिन्हें हाल ही में मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया गया था.
First Updated : Wednesday, 07 February 2024