केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को 13 सदस्यीय संसदीय समिति के साथ जोजिला सुरंग के निर्माण कार्य की समीक्षा की है। यह सुरंग लद्दाख और जम्मू-कश्मीर के बीच सभी मौसम में रोड संपर्क प्रदान करेगी। उन्होंने यह निरीक्षण जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा के साथ की यह 13.14 किमी लंबी जोजिला सुरंग एशिया की सबसे लंबी सुरंग है, जो गांदरबल जिले के बालटाल क्षेत्र में है, जिसे 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि भारत और दुनिया भर से लोग स्विट्जरलैंड जाते हैं। हमारा कश्मीर स्विट्जरलैंड से भी अच्छा है। सड़क इंफ्रास्ट्रक्चर में अगले 3-4 साल में जम्मू-कश्मीर के सड़क इंफ्रास्ट्रक्चर को अमेरिका के बराबर बनाएंगे। इस काम को लेकर हम कार्य कर रहे हैं।
गडकरी ने बताया कि उपराज्यपाल ने 13.5 एकड़ जगह की पहचानकर कर दी है। हम बहुत जगहों पर सड़क किनारे सुविधाएं, हैंडलूम, हस्तकला, पश्मीना का मार्केट हो उसके लिए दुकानें डाल रहे हैं। हमने अधिकारियों को अधिक से अधिक स्थानीय युवाओं को रोज़गार देने की बात कही है।
जम्मू-कश्मीर में बन रही 19 सुरंगें-
नितिन गडकरी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में 25,000 करोड़ रुपये की लागत से 19 सुरंगों का निर्माण किया जा रहा है। इसके तहत जोजिला में 6,800 करोड़ रुपये की लागत से 13.14 किलोमीटर लंबी सुरंग और अप्रोच रोड का निर्माण कार्य प्रगति पर है।
उन्होंने बताया कि यह 7.57 मीटर ऊंची घोड़े की नाल के आकार की सिंगल-ट्यूब, 2-लेन सुरंग है, जो कश्मीर में गांदरबल और लद्दाख के कारगिल जिले के द्रास शहर के बीच हिमालय में जोजिला दर्रे के नीचे से गुजरेगी। First Updated : Monday, 10 April 2023