Bihar Cabinet Expansion: बिहार में हुआ मंत्रालयों का बंटवारा, नीतीश को गृह मंत्रालय तो सम्राट चौधरी को मिला ये विभाग
Bihar Cabinet Expansion: बिहार कैबिनेट में वर्तमान में सीएम के अलावा केवल आठ मंत्री हैं, जबकि इसकी संख्या 36 तक हो सकती है. कैबिनेट विस्तार के बाद, विभागों का पुनर्वितरण किया जाएगा, लेकिन कौन सा भाजपा के पास रहेगा और कौन सा जदयू के पास रहेगा इसकी रूपरेखा भी तैयार कर ली गई है.
Bihar Cabinet Expansion: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार, (3 फरवरी) को बिहार की नई कैबिनेट में विभागों का बंटवारा कर दिया. जिसमें सीएम नीतीश ने गृह विभाग की जिम्मेदारी खुद पास ही बरकरार रखा है. उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को वित्त, स्वास्थ्य और खेल विभाग दिया गया है. इसके साथ ही उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा को कृषि विभाग और सड़क निर्माण सहित अन्य विभागों की जिम्मेदारी सौंपी गई है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दो उपमुख्यमंत्रियों के साथ सीएम नीतीश के नेतृत्व में नई राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार के शपथ लेने के छह दिन बाद बिहार कैबिनेट में मंत्रालयों का बंटवारा किया गया है.
बता दें कि बिहार सरकार में विभागों का आवंटन 2020 में अपनाए गए फॉर्मूले के अनुसार किया गया, हालांकि अभी कैबिनेट विस्तार नहीं हुआ है पोर्टफोलियो में नीतीश कुमार ने गृह, सामान्य प्रशासन विभाग (जीएडी), सतर्कता, कैबिनेट समन्वय और चुनाव सहित प्रमुख विभागों को बरकरार रखा है. गठबंधन सहयोगियों के बदलाव के बावजूद ये विभाग 2005 से ही उनके पास हैं.
भाजपा के पास फिर लौटा वित्त मंत्रालय
बिहार सरकारमें हुए मंत्रालयों के बंटवारे के बाद वित्त मंत्रालय, जो 2005 के बाद पहली बार नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले जनता दल (यूनाइटेड) (जेडी-यू) के पास गया था, अब वो फिर से भाजपा के पाले में लौट आया है. डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी को वित्त के अलावा वाणिज्यिक कर, स्वास्थ्य, चुनाव, शहरी विकास, आवास, पंचायती राज, उद्योग, पशुपालन और मत्स्य पालन, खेल और कानून जैसे अन्य प्रमुख विभाग भी दिए गए हैं.
डिप्टी सीएम विजय सिन्हा को कृषि, सड़क निर्माण, भूमि सुधार और राजस्व, गन्ना, खनन और भूविज्ञान, श्रम संसाधन, कला, संस्कृति और युवा, लघु सिंचाई और सार्वजनिक स्वास्थ्य और इंजीनियरिंग विभाग दिया गया.
विजय कुमार चौधरी को शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी
भाजपा के तीसरे मंत्री प्रेम कुमार को सहकारिता, पिछड़ा एवं अत्यंत पिछड़ा वर्ग, आपदा प्रबंधन, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन और पर्यटन विभाग दिया गया है. जद-यू के वरिष्ठ नेता विजय कुमार चौधरी शिक्षा विभाग में वापस आ गए हैं, जो उन्होंने 2020 में महागठबंधन सरकार बनने के बाद राजद को दे दिया था. इसके अलावा, उन्हें जल संसाधन, संसदीय मामले, भवन निर्माण, परिवहन, जनसंपर्क एवं सूचना विभाग मिला है.
जद-यू के बिजेंद्र प्रसाद यादव और श्रवण कुमार ने अपने पोर्टफोलियो को बरकरार रखा है, इसके अलावा उनके बीच जद-यू कोटे के शेष विभागों का वितरण भी किया गया है. हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के नेता संतोष कुमार सुमन को सूचना प्रौद्योगिकी और एससी/एसटी कल्याण विभाग दिया गया है, जबकि एकमात्र स्वतंत्र सुमित कुमार सिंह को विज्ञान, प्रौद्योगिकी और तकनीकी शिक्षा बरकरार रखी गई है.