Political News: आम चुनाव 2024 के बाद महाराष्ट्र, झारखंड और हरियाणा में होने वाले चुनावों के लिए अभी समय बचा हुआ है. हालांकि, इससे पहले ही सियासी खलबली मचने लगी है. भतीजे आनंद आजाद को एक्टिव करने के बाद मायावती ने हरियाणा में एक नया गठबंधन कर लिया है. इस बीच उत्तर प्रदेश में भाजपा सहयोगियों पर मुसीबत भी टूट पड़ी है. माना जा रहा है इसका हरियाणा चुनाव में असर पड़ेगा. आइये जाने दोनों मामले क्या है?
विधानसभा चुनाव से ठीक पहले हरियाणा में ममता बनर्जी की बसपा और इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के बीच गठबंधन का ऐलान किया गया है. इनके बीच सीटों का भी बंटवारा हो गया है. दूसरी ओर 2006 के रेलवे के पेपर लीक मामले में सुभासपा विधायक वेदी राम और निषाद पार्टी के विधायक विपुल दुबे के साथ-साथ 19 के खिलाफ वारंट जारी किया है.
हरियाणा विधानसभा चुनाव से ठीक पहले इंडियन नेशनल दल (INLD)और बहुजन समाज पार्टी (BSP) में गठबंधन हुआ है. गुरुवार को चंडीगढ़ में अभय चौटाला और आकाश आनंद ने यह ऐलान किया है. दोनों दल एक साथ विधानसभा चुनाव में उतरेंगे. इसके लिए उनके बीच सीटों का बंटवारा हो गया है. इसके अनुसार, 90 में से 37 सीटों मायावती की BSP और 53 सीटों पर अभय चौटाला की INLD चुनाव लड़गी.
गठबंधन के बाद आकाश आनंद ने कहा कि गठबंधन की जीत पर अभय चौटाला को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा. दोनों पार्टियों ने मिलकर एक कॉमन प्रोग्राम भी बनाया है. उन्होंने ऐलान किया कि हमारी सरकार बनने पर बच्चों को फ्री शिक्षा दी जाएगी. वहीं गठबंधन पर प्रतिक्रिया देते हुए मायावती ने कहा कि हरियाणा में होने वाले विधानसभा आम चुनाव में जन विरोधी पार्टियों को हराकर नए गठबंधन की सरकार बनेगी.
दूसरी तरह उत्तर प्रदेश में NDA के सहयोगी मुश्किल में आ गए हैं. रेलवे के पेपर लीक मामले में दो विधायकों समेत 14 लोगों के खिलाफ वारंट जारी किया गया है. सुभासपा विधायक बेदी राम और निषाद पार्टी विधायक विपुल दुबे की मुश्किल बढ़ गई है. इनके खिलाफ फरवरी 2006 में रेलवे की ग्रुप डी परीक्षा के पेपर लीक मामले में लखनऊ की स्पेशल गैंगस्टर कोर्ट ने गैर जमानती वारंट निकाला है.
First Updated : Thursday, 11 July 2024