Space Mmedicine Research: एक ऐसा प्रयोग सामने आया है जिसके शुरुआत कंपनी ने पृथ्वी पर ही बनने वाली एक दवा को स्पेस में बनाया है. एक दवा को बनाने का खास तरह से प्रयोग स्पेस में सफलता पूर्वक किया गया है. विदेशी कंपनी स्पेस में एक कैप्सूल भेजा जिसमें एक दवा का क्रिस्टल को पृथ्वी की निचली कक्षा के माहौल में तैयार किया गया जिसमें क्रिस्टली करण की प्रक्रिया को सटीकता से अंजाम दिया जा सके.
ये क्रिस्टली ऐसी दवा के हैं जो HIV और हैपिटाइटिस सी के उपचार में काम आती है. इस बीच सवाल यह है कि जब यह दवा पृथ्वी पर तैयारी हो रही तो इसे स्पेस में बनाने का क्या अर्थ है? वर्दा के बयान के मुताबिक डब्ल्यू अभियान में कैप्सूल की दोबारा प्रयास के बाद उठाह रेगिस्तान के उठाह रेगिस्तान उठाय एंड ट्रेनिंग रेंज में वह उतरा. अब लॉस एंजेलिस में पोस्ट मिशन एनालिसिस के लिए ले जाया जाएगा.
अब इन क्रिस्टल को स्पेसक्रॉफ्ट से निकला कंपनी के पार्टनर को पास तैयार करने के लिए भेजा जाएगा. कंपनी का कहना है कि इस कैप्सूल को पूरी फ्लाइड के दौरान जमा किया. आंकड़ों को अमेरिका एयर फोर्स और अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा के साथ साझा किया गया है. विनेबागो 1 को पिछले साल जून में स्पेस एक्स ट्रांस्पोर्टर-8 अभियान के पेलोड के साथ स्पेस में भेजा गया था.
यह दवा HIV और हैपिटाइटिस C के उपचार में उपयोग में लाई जाती है. ट्रांसपोर्टर-8 की उड़ाने के एक सफ्ताह के बाद शुरुआत में कहा था क्रिस्टल बनाने का प्रयोग ठीक से काम कर रहा था रिटोनाविर का क्रिस्टलीकरण सामान्य रहा. First Updated : Saturday, 24 February 2024