अब आसानी से निकलेगा मोबाइल फोनों से सोना: वैज्ञानिकों ने सुरक्षित और प्रभावी प्रक्रिया का किया आविष्कार
मोबाइल फोनों से सोना निकालना कोई नया काम नहीं है, और कंपनियां इसे वर्षों से कर रही हैं। हालांकि, इस प्रक्रिया में जो तरीके अपनाए जाते हैं, वे प्रभावी नहीं हैं। इसके साथ ही, इस प्रक्रिया में कई ऐसे हानिकारक रसायनों का उपयोग किया जाता है, जो स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं। लेकिन अब...
जब भी सोने के उपयोग की बात आती है, तो सबसे पहले गहनों और सिक्कों का ख्याल आता है। लेकिन, इस कीमती धातु का एक और महत्वपूर्ण उपयोग भी है—यह बड़े पैमाने पर मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में भी इस्तेमाल होता है। एक शोध के अनुसार, दुनिया में कुल सोने का लगभग 7 प्रतिशत हिस्सा इलेक्ट्रिकल वेस्ट में पाया जाता है, जिसमें मोबाइल फोन, टेलीविजन और कंप्यूटर शामिल हैं।
मोबाइल फोन से सोना निकालने की प्रक्रिया
मोबाइल फोनों से सोना निकालने की प्रक्रिया कोई नई नहीं है; कंपनियां इस काम को कई सालों से कर रही हैं। हालांकि, वर्तमान में अपनाई जाने वाली प्रक्रियाएं बहुत प्रभावी नहीं हैं और इनमें कई ऐसे हानिकारक रसायनों का उपयोग होता है जो मानव स्वास्थ्य के लिए खतरा बन सकते हैं। हाल ही में, एक नई तकनीक विकसित की गई है, जिसमें केवल एक साधारण रसायन का उपयोग किया गया है, जिससे बड़े पैमाने पर सोना निकालने की प्रक्रिया को अधिक प्रभावी और सुरक्षित बनाया जा सकता है।
नई प्रक्रिया का विवरण
सोना मुख्यतः मोबाइल फोन के सर्किट बोर्ड्स में प्रयोग होता है। नई प्रक्रिया के अनुसार, सर्किट बोर्ड्स को हल्के एसिड में रखा जाता है, जिससे मेटल के सभी भाग पिघल जाते हैं। इसके बाद, एक रासायनिक यौगिक युक्त तैलीय तरल डालकर सिर्फ सोने को अलग किया जाता है।
प्रभावी और सुरक्षित है नई प्रक्रिया
प्रोफेसर जैसन लव, जिन्होंने इस अध्ययन का नेतृत्व किया, ने 'मेल ऑनलाइन' से बात करते हुए कहा, "वर्तमान में सोना निकालने के लिए सायनाइड या पारे जैसे जहरीले रसायनों का इस्तेमाल किया जाता है। इसके परिणामस्वरूप जो अवशेष बचते हैं, उनमें सीसा जैसे जहरीले धातु शामिल होते हैं। लेकिन, नई प्रक्रिया न केवल अधिक प्रभावी है, बल्कि यह सुरक्षित भी है।"
पर्यावरण के लिए लाभदायक
यूनिवर्सिटी ऑफ एडिनबर्ग के शोधकर्ताओं को उम्मीद है कि इस नई तकनीक से कबाड़ से सोने की निकासी प्रक्रिया में सुधार होगा और खानों से सोना निकालने से पर्यावरण को होने वाले नुकसान में भी कमी आएगी। इस प्रक्रिया से अनुमान लगाया गया है कि हर साल इलेक्ट्रॉनिक्स में उपयोग होने वाले लगभग 300 टन सोने को बचाया जा सकेगा।
महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा यह प्रयोग
अंत में, इस नई तकनीक के जरिए न केवल सोने की रिकवरी बढ़ेगी, बल्कि यह पर्यावरण को भी सुरक्षित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। यह उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले समय में यह तकनीक बड़े पैमाने पर अपनाई जाएगी, जिससे सोने के पुनः प्रयोग को एक नया दिशा मिलेगा।