Odisha Train Accident: पश्चिम बंगाल के 62 लोगों की मौत, 182 यात्रियों की तलाश
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ओडिशा के बालासोर जिले में हुए दर्दनाक ट्रेन हादसे में टक्कर रोधी प्रणाली की विफलता पर चिंता जताई। उन्होंने सवाल किया कि घटना के दौरान सिस्टम ने काम क्यों नहीं किया।
हाइलाइट
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Odisha Train Accident: ओडिशा रेल हादसे को लेकर अब जमकर सियासत शुरू गई है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ओडिशा के बालासोर जिले में हुए दर्दनाक ट्रेन हादसे में टक्कर रोधी प्रणाली की विफलता पर चिंता जताई। उन्होंने सवाल किया कि घटना के दौरान सिस्टम ने काम क्यों नहीं किया।
सीएम ममता बनर्जी ने ओडिशा के बालासोर जिले में हुई दुर्भाग्यपूर्ण ट्रेन दुर्घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि घटना के तुरंत बाद, पश्चिम बंगाल ने दुर्घटना स्थल पर 50 डॉक्टरों, नर्सों, बसों और आपदा प्रबंधन टीमों की एक टीम के साथ 150 एम्बुलेंस भेजकर तेजी से प्रतिक्रिया दी। उन्होंने जोर देकर कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार इस चुनौतीपूर्ण समय में ओडिशा सरकार को पूर्ण समर्थन और सहायता प्रदान कर रही है।
ममता बनर्जी के मुताबिक, ट्रेन हादसे में पश्चिम बंगाल के कुल 62 लोगों की जान चली गई। वर्तमान में, राज्य के 206 लोगों का पश्चिम बंगाल में इलाज चल रहा है, जबकि 73 व्यक्ति ओडिशा के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं। सकारात्मक नोट पर, पश्चिम बंगाल के 56 लोगों को चिकित्सा देखभाल प्राप्त करने के बाद ओडिशा के अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है। हालांकि, घटना में शामिल 182 लोगों की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है।
उन्होंने कहा कि, राज्य सरकार मृतक के परिवारों को 5 लाख रुपए, गंभीर रूप से घायल व्यक्तियों को 1 लाख रुपए देगी, उनका पूरा इलाज कराएगी और 3 महीने तक उनकी सहायता भी करेगी। जिन लोगों को मामूली चोट आई है उन्हें राज्य सरकार 25 हज़ार रुपए देगी।
CM ममता बनर्जी ने कहा आगे ये भी कहा कि कल मेरे साथ रेल मंत्री और धर्मेंद्र प्रधान दोनों खड़े थे लेकिन मैंने कुछ नहीं कहा, मैं बहुत कुछ कह सकती थी क्योंकि मैं खुद रेल मंत्री रही हूं...कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस में एंटी कोलिशन डिवाइस क्यों नहीं था? रेलवे को सिर्फ बेचने के लिए छोड़ दिया है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, बालासोर दुर्घटना से बचकर जो लोग अपने घर आ गए हैं लेकिन ट्रॉमा में हैं उन्हें राज्य सरकार 10 हज़ार रुपए देगी और आने वाले तीन महीने तक प्रति परिवार को 2 हज़ार रुपए और राहत सामग्री दी जाएगी।
उन्होंने कहा, मेरे पास एक मैसेज आया जिसमें एक बड़ी लिस्ट थी कि नीतीश, लालू और मेरे समय में कितने लोग मारे गए? क्या कभी इन लोगों ने सोचा कि मैंने अपने समय में रेलवे को कितना आधुनिक किया। सारी जानकारी गलत है...मैं पूछती हूं कि गोधरा में कितने लोग मारे गए थे?
ममता बनर्जी ने कहा, हम लोगों ने बहुत मेहनत से काम किया है। जितनी भी मेट्रो ट्रेन है हमने हमारे समय में बनाई। मुंबई रेलवे विकास कॉरपोरेशन किसने बनाया था? अपने समय में इसे मैंने बनाया था। अगर मैं नहीं होती तो दिल्ली मेट्रो शुरु ही नहीं होती।
CM ममता बनर्जी ने कहा, कल जब मैंने एंटी कोलिशन वाली बात का जिक्र किया तो रेल मंत्री चुप क्यों थे? दो तरह के बयान आ रहे हैं, दाल में कुछ काला है। मैं चाहती हूं जो सच है वह सामने आए। मुझे रेल मंत्री का इस्तीफा नहीं चाहिए।