ओडिशा ट्रेन हादसा: बालासोर में हुए ट्रेन हादसे की जांच हुई पूरी, रेल मंत्री ने बताया हादसे का कारण
हादसे में सभी पलटी हुई बोगियों को हटाया गया है और दूसरी तरफ ट्रैक को ठीक करने का काम भी शुरू कर दिया गया है। जल्द से जल्द इस काम को पूरा किया जायेगा।
हाइलाइट
- 1000 से भी ज़्यादा कर्मचारियों को काम पर लगाया गया है।
ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार 2 जून 2023 को शाम के समय में तीन रेलगाड़ियां एक दूसरे से बुरी तरह टकरा गयीं। जिसके चलते एक बड़ा हादसा हो गया। इस हादसे में 288 लोगों ने अपनी जानें गवां दी और 1000 से ज़्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हैं। शनिवार देर रात तक पटरियों का अधिकांश मालवा हटा दिया गया है।
क्या रहा हादसे का कारण
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी दी है की रेलवे सुरक्षा आयुक्त की जांच पूरी हो चुकी है और यह पता भी लगा लिया गया है की यह हादसा कैसे हुआ। उन्होंने बताया की इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग (electronic interlocking) में बदलाव होने के कारण यह हादसा हुआ था और इसके लिए जो लोग जिम्मेदार हैं उनकी पहचान भी कर ली गयी है।
वहीं इस हादसे के संदर्भ में दक्षिण पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ( SPRO) आदित्य कुमार ने बताया की हादसे में सभी पलटी हुई बोगियों को हटाया गया है और दूसरी तरफ ट्रैक को ठीक करने का काम भी शुरू कर दिया गया है। जल्द से जल्द इस काम को पूरा किया जायेगा।
#WATCH ओडिशा: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बालासोर ट्रेन दुर्घटनास्थल पर चल रहे मरम्मत कार्य का निरीक्षण किया। pic.twitter.com/NNfIIxrHr0
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 4, 2023
ट्रैक को दोबारा से ठीक करने का कार्य तेज़ी से चल रहा है, इस कार्य पर अधिकारी बारीकी से अपनी निगरानी रखे हुए हैं। इस कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए 1000 से भी ज़्यादा कर्मचारियों को काम पर लगाया गया है। वहीं इसके अलावा मंत्रालय ने बताया की 7 से ज़्यादा पोकलेन मशीनें, 2 दुर्घटना ट्रेनें, 3 से 4 रेलवे और रोड क्रेन तैनात की गयीं हैं।
#WATCH | The commissioner of railway safety has investigated the matter and let the investigation report come but we have identified the cause of the incident and the people responsible for it... It happened due to a change in electronic interlocking. Right now our focus is on… pic.twitter.com/UaOVXTeOKZ
— ANI (@ANI) June 4, 2023
इसी के साथ - साथ राष्ट्रीय आपदा प्रतिकिया बल (NDRF) की टीम, 24 अग्निशमन सेवाएं, 5 ओडिशा आपदा रैपिड फ़ोर्स (ODRAF) टीम और आपातकालीन इकाइयां को भी बचाव कार्य में शामिल किया गया है।