Odisha Train Accident: प्रियंका चतुर्वेदी ने केंद्र सरकार पर कसा तंज, बोलीं- क्या ये भी एक्ट ऑफ गॉड है

ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार 2 जून को हुए दर्दनाक रेल हादसे में जहां मृतकों की संख्या अब 288 तक पहुंच गई है, तो वहीं घायलों की संख्या भी बढ़कर 1100 से अधिक हो गई है। इनमें से कई लोगों की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है।

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ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार 2 जून को हुए दर्दनाक रेल हादसे में जहां मृतकों की संख्या अब 288 तक पहुंच गई है, तो वहीं घायलों की संख्या भी बढ़कर 1100 से अधिक हो गई है। इनमें से कई लोगों की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है। हालांकि इस हादसे को लेकर अब सियासत भी तेज हो गई है। उद्धव ठाकरे गुट की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने सरकार पर सवाल खड़े किए हैं।

प्रियंका चतुर्वेदी ने सरकार पर उठाए सवाल -

बता दें कि प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, "कुछ लोगों के अनुसार एक मंत्री के रूप में उन्हें इस्तीफा नहीं देना चाहिए, क्योंकि संकट की इस घड़ी में उनकी बहुत जरूरत है। उसी तर्क से इस क्षेत्र को संभालने वाले किसी भी वरिष्ठ रेलवे अधिकारी को इस्तीफा नहीं देना चाहिए क्योंकि उनका इनपुट बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि अगर हम एक तर्क के रूप में निरंतरता का हवाला देते रहे तो केवल जूनियर स्तर के कर्मचारियों को जवाबदेही के लिए दंडित किया जाएगा। जल्द ही 288 लोगों की मौत के मामले को एक्ट ऑफ गॉड करार दे दिया जाएगा।"

ममता बनर्जी और रेल मंत्री के बीच हुई थी बातचीत -

वहीं इससे पहले घटनास्थल पर एक प्रेस वार्ता के दौरान मौतों के आंकड़े को लेकर ममता बनर्जी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की बहस हो गई थी। ममता बनर्जी ने कहा था कि मृतकों का आंकड़ा 500 तक पहुंच गया है। इस पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ममता बनर्जी को टोकते हुए उनके दावे को खारिज कर दिया था। रेल मंत्री ने कहा था कि अभी तक कुल 238 मौतें हुई हैं।

ममता बनर्जी ने जाहिर किया हादसे पर दुख -

घटनास्थल का दौरा करते हुए ममता बनर्जी ने इस रेल दुर्घटना को बेहद दुखद बताया था। उन्होंने कहा था कि यह हादसा इस सदी का सबसे बड़ा रेल हादसा है। ऐसा ही हादसा साल 1981 में भी हुआ था। इस ट्रेन में एंटी कोलिशन डिवाइस नहीं था, अगर वह मौजूद होता तो यह भीषण हादसा नहीं होता। First Updated : Sunday, 04 June 2023