कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को बालासोर ट्रेन हादसे को लेकर सरकार को पत्र लिखा है। उन्होंने सरकार को अगाह करते हुए कहा कि केंद्र बालासोर ट्रेन हादसे की जवाबदेही तय करने के किसी भी प्रयास के ध्यान न भटकाए। खड़गे ने कहा कि दुर्घटना के सभी पहलुओं की जांच कर सच्चाई सामने लाई जाए। इसके साथ ही उन्होंने सीबीआई जांच के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह जांच एजेंसी छापेमारी या छानबीन जैसे मामलों के लिए बनी है। यह तकनीकी, संस्थागत और राजनीतिक विफलताओं के जवाबदेही तय नहीं कर सकती है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने पत्र में कहा कि "ओडिशा के बालासोर में हुई भारतीय इतिहास की भयावह रेल दुर्घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है... रेल लोगों के लिए परिवहन का सबसे भरोसेमंद और सस्ता साधन है।" उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि "सरकार ने कई ऐसे फैसले लिए है। जिससे रेलयात्रा काफी असहज हो गई है।
पूर्व रेल मंत्री और कांग्रेस नेता खड़गे के पत्र के मुताबिक, रेलवे में करीब तीन लाख पद खाली हैं। जहां यह रेल हादसा हुआ है। उस इलाके में रेलवे के 8,278 पद रिक्त है। ठीक ऐसा ही हाल उच्च पदों का है। खड़गे ने कहा कि 1990 के दशक में 18 लाख से अधिक रेल कर्मचारी थे, जो अब करीब 12 लाख हैं। इनमें से 3.18 लाख कर्मचारी ठेके पर है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने बालासोर रेल हादसे का जिक्र करते हुए कहा कि "यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आप और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव जैसे जिम्मेदार लोग इस बात को स्वीकार नहीं करना चाहते कि समस्याएं मौजूद हैं। जब रेल मंत्री यह दावा करते हैं कि उन्होंने दुर्घटना के असली कारण की तलाश कर ली है, फिर भी उन्होंने सीबीआई से जांच करने का अनुरोध कर दिया।" उन्होंने कहा कि "सीबीआई रेल दुर्घटनाओं की जांच के लिए नहीं है, वह अपराधों की छानबीन करती है। सीबीआई या दूसरी कानून प्रवर्तन एजेंसी तकनीकी, संस्थागत या राजनीतिक विफलताओं की जवाबदेही नहीं तय कर सकती है।" First Updated : Monday, 05 June 2023