'शिक्षा भर्ती घोटाले' से लेकर 'आय से अधिक संपत्ति' तक, इन घोटालों में ओम प्रकाश चौटाला ने काटी जेल की सजा
Om Prakash Chautala: हरियाणा के पूर्व CM ओमप्रकाश चौटाला का 89 साल की उम्र में निधन हो गया है. गुरुग्राम में उन्होंने अंतिम सांस ली. वह पांच बार हरियाणा के सीएम रह चुके हैं.
Om Prakash Chautala: हरियाणा के पांच बार मुख्यमंत्री और सात बार विधायक रह चुके ओम प्रकाश चौटाला का 89 साल की उम्र में निधन हो गया है. उन्होंने गुरूग्राम में अंतिम सांस ली हैं. वो इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के चीफ और पूर्व मुख्यमंत्री और उपप्रधानमंत्री चौधरी देवी लाल के बेटे थे.
उनका राजनीतिक सफर
ओम प्रकाश चौटाला ने पहली बार 2 दिसंबर 1989 को मुख्यमंत्री पद संभाला और 22 मई 1990 तक इस पद पर रहे. उन्होंने दूसरी बार 12 जुलाई 1990 को सीएम पद की शपथ ली, लेकिन पांच दिन बाद ही उन्हें इस्तीफा देना पड़ा.
22 अप्रैल 1991 को उन्होंने तीसरी बार मुख्यमंत्री पद संभाला, लेकिन दो हफ्ते बाद ही राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया.
24 जुलाई 1999 को चौथी बार और 2 मार्च 2000 को पांचवीं बार मुख्यमंत्री बने. इस बार उन्होंने अपना कार्यकाल पूरा किया.
आय से अधिक संपत्ति और जेबीटी भर्ती घोटाला
ओम प्रकाश चौटाला पर मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए अवैध तरीके से संपत्ति अर्जित करने और भ्रष्टाचार के आरोप लगे.
जेबीटी भर्ती घोटाला: 2012 में चौटाला को जेबीटी भर्ती घोटाले में दोषी ठहराया गया और 10 साल की जेल की सजा सुनाई गई
आय से अधिक संपत्ति मामला: 3 अप्रैल 2006 को उनके खिलाफ केस दर्ज हुआ. जांच एजेंसी ने आरोप लगाया कि चौटाला ने दिल्ली के असोला गांव में 95 लाख रुपये की लागत से फार्महाउस बनवाया.
2019 में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उनकी 3.68 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की, जिसमें दिल्ली, पंचकुला और सिरसा की संपत्तियां शामिल थी.
2021 में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत उनके खिलाफ विशेष अदालत में आरोप तय किए गए.
चौटाला का शिक्षा स्तर
ओम प्रकाश चौटाला केवल बारहवीं पास थे, लेकिन राजनीति में उनकी गहरी पकड़ रही. उनके राजनीतिक सफर और विवादों ने उन्हें हमेशा सुर्खियों में बनाए रखा.