'NDA का हिस्सा होने के बाद भी BJP...' उमर अब्दुल्ला ने पढ़ाया महबूबा मुफ्ती को पाठ
Jammu And Kashmir Polls: नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष ओमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार को कहा कि उनकी पार्टी ने 2000 के दशक में NDA का हिस्सा होने के बावजूद भाजपा को जम्मू और कश्मीर में प्रवेश नहीं करने दिया. यह बयान पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष मेहबूबा मुफ्ती के टिप्पणी के जवाब में आया, जिसमें उन्होंने मोदी सरकार को शेख अब्दुल्ला का धन्यवाद देने की बात कही थी.
Jammu And Kashmir Polls: नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष ओमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार को कहा कि उनकी पार्टी ने 2000 के दशक में NDA का हिस्सा होने के बावजूद BJPको जम्मू और कश्मीर में प्रवेश नहीं करने दिया था.उनका यह बयान पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की अध्यक्ष मेहबूबा मुफ्ती के उस कथन के जवाब में आया, जिसमें उन्होंने कहा था कि मुझे लगता है कि मोदी जी को धन्यवाद देना चाहिए खासकर शेख (अब्दुल्ला) परिवार को. यह (NC के संस्थापक) शेख (मुहम्मद) अब्दुल्ला के कारण ही था कि जम्मू-कश्मीर का भारत के साथ विलय हो पाया.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जब उमर अब्दुल्ला भाजपा (सरकार) में मंत्री थे तो वे (एनसी) यहां पोटा लाए, शहतूत पर प्रतिबंध लगाया और भाजपा ने उमर को दुनिया भर में यह दिखाने के लिए ले जाया कि जम्मू-कश्मीर कोई (राजनीतिक) मुद्दा नहीं है बल्कि केवल आतंकवाद से संबंधित मुद्दा है जिसे पाकिस्तान पर हमला करके हल किया जाना चाहिए.
बीजपी को नहीं करने दी एंट्री
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि मैं महबूबा मुफ्ती को बताना चाहूंगा कि हम NDA का हिस्सा थे लेकिन हमने कभी बीजेपी को जम्मू और कश्मीर में प्रवेश नहीं करने दिया. NDA का हिस्सा होने के बावजूद, हमने जम्मू की संसदीय सीट पर बीजेपी को जीतने नहीं दिया. साल 2004 के लोकसभा चुनाव में, कांग्रेस के मदन लाल शर्मा ने बीजेपी के निर्मल सिंह को हराया था.
पीएम मोदी का विपक्ष पर तंज
जम्मू और कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने अब्दुल्ला, मुफ्ती और गांधी परिवार पर आरोप लगाया कि उन्होंने जम्मू और कश्मीर में केवल डर और अराजकता लाई है. उन्होंने कहा कि ये तीन परिवार सोचते हैं कि सत्ता पर कब्जा करना उनका जन्मसिद्ध अधिकार है और फिर वे सबको लूटते हैं. उनका राजनीतिक एजेंडा जम्मू और कश्मीर के लोगों को उनके वैध अधिकारों से वंचित करना रहा है. अब जम्मू और कश्मीर इन तीन परिवारों के शिकंजे में नहीं रहेगा.