Nuh Violence: मोनू मानेसर पर आपस में भिड़े 2 राज्यों के मुख्यमंत्री, ओवैसी ने भी बीच में मारी एंट्री
Nuh Violence: हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा था कि मोनू मानेसर के खिलाफ़ पिछला केस राजस्थान सरकार ने दर्ज किया था. राजस्थान सरकार को हमने कहा है कि जिस तरह की मदद की ज़रूरत होगी हम करेंगे.
हाइलाइट
- नूंह हिंसा के बाद मोनू मानेसर पर भिडे गहलोत और खट्टर
- गहलोत ने हरियाणा सरकार के सहयोग पर सवाल उठाया
- नासिर-जुनैद हत्याकांड पर ओवैसी ने गहलोत पर हमला बोला
Nuh Violence: हरियाणा के नूंह में धार्मिक यात्रा के दौरान शुरू हुई हिंसा के बाद मोनू मानेसर (Monu Manesar) की गिरफ़्तारी की चर्चा तेज हो गई है. मोनू मानेसर नासिर-जुनैद हत्याकांड में अभियुक्त हैं और काफी वक्त से पुलिस की गिरफ्त से दूर है. नूंह में जिस यात्रा के दौरान संप्रदायिक हिंसा (Communal Violence) भड़की थी, उस यात्रा में भी मोनू मानेसर की शामिल होने की जानकारी आ रही थी.
ऐसा कहा जा रहा था कि मेवात के लोग मोनू मानेसर के यात्रा में शामिल होने के ऐलान से आक्रोश में थे. हालांकि मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मोनू मानेसर ने कहा था कि वो विश्व हिन्दू परिषद की सलाह के बाद यात्रा में शामिल नहीं हुआ था. यात्रा के बाद जब हिंसा भड़की और छह लोगों की मौत हो गई तो सबसे पहला सवाल यही उठा कि आख़िर मोनू मानेसर को गिरफ़्तार क्यों नहीं किया गया?
मोनू मानेसर पर राजस्थान में केस दर्ज है- अनिल विज
इस सवाल के जवाब में हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने बुधवार को कहा, ''मोनू मानेसर पर राजस्थान में केस दर्ज है. राजस्थान पुलिस को मोनू को पकड़ना चाहिए.'' फिर हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने भी कहा था, ''जहां तक मोनू मानेसर का सवाल है, उसके खिलाफ़ पिछला केस राजस्थान सरकार ने दर्ज किया था. राजस्थान सरकार को हमने कहा है कि जिस तरह की मदद की ज़रूरत होगी, हम करेंगे.
खट्टर के इस बयान पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर मीडिया में बयान देते हैं कि राजस्थान पुलिस की हरसंभव मदद करेंगे परन्तु जब हमारी पुलिस नासिर-जुनैद हत्याकांड के आरोपियों को गिरफ्तार करने गई तो हरियाणा पुलिस ने कोई सहयोग नहीं किया बल्कि राजस्थान पुलिस पर FIR तक दर्ज कर ली। जो आरोपी फरार…
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) August 3, 2023
अशोक गहलोत ने ट्वीट करते हुए लिखा, ''हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर मीडिया में बयान देते हैं कि राजस्थान पुलिस की हरसंभव मदद करेंगे परन्तु जब हमारी पुलिस नासिर-जुनैद हत्याकांड के आरोपियों को गिरफ्तार करने गई तो हरियाणा पुलिस ने कोई सहयोग नहीं किया बल्कि राजस्थान पुलिस पर FIR तक दर्ज कर ली.''
अशोक गहलोत बोले, ''जो आरोपी फरार हैं उन्हें तलाशने में हरियाणा पुलिस राजस्थान पुलिस का सहयोग नहीं कर रही. खट्टर हरियाणा में हो रही हिंसा को रोकने में नाकाम रहे और अब सिर्फ लोगों को ध्यान भटकाने के लिए इस तरह के बयान दे रहे हैं जो उचित नहीं है.''
सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने गहलोत से किया सवाल
अशोक गहलोत के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने उनसे कई सवाल पूछ लिया. उन्होंने कहा कि गहलोत साहब, हरियाणा की भाजपा सरकार से हम वैसे भी कोई उम्मीद नहीं रखते, लेकिन नासिर-जुनैद की हत्या से लेकर अब तक आपके प्रशासन ने सुस्ती और लाचारी दिखाई है. चाहे वो उनके परिवारों को मुआवजा देने की बात हो या उनके कातिलों को पकड़ने की. जुनैद-नासिर का कत्ल फरवरी में हुआ था.
गहलोत साहब, हरियाणा की भाजपा सरकार से हम वैसे भी कोई उम्मीद नहीं रखते, लेकिन नासिर-जुनैद की हत्या से लेकर अब तक आपके प्रशासन ने सुस्ती और लाचारी दिखाई है। चाहे वो उनके परिवारों को मुआवजा देने की बात हो या उनके कातिलों को पकड़ने की। जुनैद-नासिर का कत्ल फरवरी में हुआ था। अगर खट्टर… https://t.co/ObH3IljPca
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) August 3, 2023
अगर खट्टर सरकार आपका सहयोग नहीं कर रही थी, तो तब से लेकर अब तक आपकी सरकार ने क्या कदम उठाए? आपकी सरकार Article 131 के तहत हरियाणा सरकार के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट क्यों नहीं गई?