Explainer : प्रवासी भारतीय दिवस आज यानी 9 जनवरी को हर साल मनाया जाता है, केंद्र सरकार इस बार मध्यप्रदेश सरकार के साथ मिलकर इंदौर में 8 जनवरी से तीन दिवसीय 17वां प्रवासी भारतीय सम्मेलन का आयोजन कर रही है, इस बार इसके सम्मेलन में 500 से ज्यादा प्रवासी भारतीय ने हिस्सा लिया. जिसको पीएम मोदी ने संबोधित भी किया.
अक्सर आपके मन में एक सवाल जरूर होगा की प्रवासी भारतीय आखिर कौन होते हैं? प्रवासी भारतीय उन लोगों को कहा जाता है जो भारत छोड़ कर दूसरे देशों में रह रहे हैं विदेश मंत्रालय के अनुसार प्रवासी भारतीय को तीन भागों नें बांटा गया है.
NRI ( नॉन रेजिडेंट इंजियन) – ऐसे भारतीय जो रोजगार या शिक्षा के लिए दूसरे देशों में जाते हैं और बाद में वहीं बस जाते हैं उसे एनआरआई कहा जाता है.
PIO (पर्सन ऑफ इंडियन ओरिजिन) इनमें वो लोग शामिल हैं जो या तो भारत में पैदा हुए हो या उनके परिवार का नाता भारत से हो.
OCI ( ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया) 26 जनवरी 1950 को या उसके बाद भारत के नागरिक रहे लोग जो अब विदेश में बस गए है. उन्हें इस कैटेगरी में डाला जाता है.
प्रवासी भारतीय की देश को फायदा पहुंचाने में अहम भूमिका मानी जाती है, विदेशों में बसे ये भारतीय देश का नाम रोशन तो करते ही हैं. साथ ही वे कभी भी देश की मदद करने से पीछे नहीं हटते हैं. भारत में विदेशी मुद्रा आने का सबसे बड़ा स्त्रोत भी यहीं प्रवासी हैं.
देश में विदेशी मुद्रा भेजने के मामले में भारतीय सबसे अव्वल है, इसके बाद मैक्सिको और फिर चीन के लोगों का नंबर आता है. बीते साल भारतीय प्रवासियों ने देश में 100 अरब डालर भेजे थे. आज के दिवस पर समारोह आयोजित करने के पीछे की वजय भी यही हैस ताकि इन लोगों के योगदान की सराहना की जा सके. First Updated : Tuesday, 09 January 2024