Operation Mahapaap: राजस्थान की मंडियों में होता है बेटियों का सौदा, India Daily Live ने किया पर्दाफाश
India Daily Live के स्टिंग ऑपरेशन से जो तस्वीरें सामने आई हैं वह झकझोर देने वाली हैं. स्टिंग से पता चला कि राजस्थान के कुछ गांवों में बेटियों की नीलामी की जाती है.
Operation Mahapaap: अपनी वीरता और बलिदान के लिए जाना जाने वाला भारत का स्वाभिमानी राज्य राजस्थान आज बेटियों के लिए नर्क बनता जा रहा है. India Daily Live के स्टिंग ऑपरेशन से जो तस्वीरें सामने आई हैं वह झकझोर देने वाली हैं. स्टिंग से पता चला कि राजस्थान के कुच गांवों में बेटियों की नीलामी की जाती है. खुलासा हुआ कि कॉन्ट्रेक्ट मैरिज के जरिए अपनी बेटी को उन दरिंदों को सौंप दिया जाता है जो बेटी को चील कौओं की तरह नोचते हैं और उनका शारीरिक शोषण करते हैं.
ऑपरेशन में खुलासा हुआ कि वहां मां-बाप कॉन्ट्रेक्ट के जरिए एक प्रकार से बेटी के जिस्म का सौदा करते हैं. राजस्थान के बूंदी का रामनगर गांव भी उन्हीं गांवों में शामिल है जहां खुलेआम देह का सौदा है. ऑपरेशन में दिखाया दया कि गांव का बरमा का एक व्यक्ति ऐसे ही काम में संलग्न है. वह शराब और पैसे का लालची है. पता चला की बरमा ना सिर्फ अपने गांव बल्कि आस-पास के गांव की नाबालिग बच्चियों का भी सौदा तय कराता है. वह इंडिया डेली की टीम के साथ भी सौदा तय कराने को राजी हो गया.
टीवी पर पहली बार ऐसा खुलासा हुआ जिसमें पता चला कि कैसे पैसों के लालच में मां-बाप अपनी बेटियों को बेच देते हैं. बरमा ने भी कहा कि गांव में 14-15 साल की नाबालिग लड़कियों की भरमार है आप जिसे चाहें ले जा सकते हैं. जब उनके मां-बाप के बारे में पूछा गया तो उसने कहा कि सब कुछ लड़कियों के मां बाप की मर्जी से होता है.
India daily के खुफिया कैमरे पर सौदा करने का पूरा किस्सा कैद हो गया. सौदा ऐसे हो रहा था मानो किसी इंसान का नहीं बल्कि सामान का हो. दलाल बरमा कहता रहा कि लड़की के साथ जो चाहें जितने लोग चाहें कर सकते हैं. उसके लिए बस एक तय समय का कॉन्ट्रेक्ट करना होगा. जिसमें समय सीमा एक साल, दो साल या उससे अधिक भी हो सकती है.
कैमरे पर उसने बताया कि वह जिन लड़कियों का सौदा कर रहा उन सबकी उम्र 14-15 साल के बीच है और गांव में ऐसी 50-60 लड़कियां है जो वह उपलब्ध करा देगा. बरमा ने लड़की का सौदा करने के लिए रकम भी बता दी जो ढाई से तीन लाख रूपए तक थी.
खुलासे से ये भी पता चला कि गांव में रहकर ही लड़कियां रोजाना तीन से पांच हजार कमा लेती हैं. एक बार के 300 से 800 रूपए तक लिए जाते हैं यानि महीने में एक से डेढ़ लाख रूपए कमा लेते हैं.
ये कहानी एक गांव की नहीं है. इंडिया डेली ने इसी प्रकार कुछ और गांवों में भी स्टिंग किया जहां से ऐसी ही मिलती जुलती सच्चाई सामने आई. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यही उठता है कि आखिर प्रशासन की नाक के नीचे ये सब कैसे होता रहा.