Opposition Meeting: 'INDIA' की बैठक के बाद जयंत चौधरी ने खोले कई राज, एक ट्वीट ने मचाई यूपी की सियासत में हलचल
UP News: 18 जुलाई को 26 विपक्षी दलों की बेंगलुरु में हुई. INDIA की बैठक के बाद आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी की प्रतिक्रिया ने यूपी के राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है.
UP Politics: 18 जुलाई को 26 विपक्षी दलों की बेंगलुरु में बैठक हुई है. बैठक में आगामी लोकसभा चुनाव की रणनीति बनाने को लेकर चर्चा हुई. इस दौरान विपक्षी दलों ने इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस (INDIA) नाम के गठबंधन की घोषणा की. इंडिया की बैठक के बाद में शामिल होने के बाद राष्ट्रीय लोकदल (RLD) के प्रमुख जयंत चौधरी की प्रतिक्रिया ने बैठक को लेकर कई राज खोल दिए है.
बेंगलुरु में इंडिया की बैठक के बाद बुधवार को जयंत चौधरी की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, "बेंगलुरु में हुई विपक्ष की बैठक की अंदरुनी जानकारी. बैठक में हर नेता ने लोगों के मुद्दों और एजेंडे के बारे में बात की है. बैठक में देश की चुनौतियों के बारे में बात की गई है. लेकिन पीएम नरेंद्र मोदी पर ZERO discussion हुआ है."
Insider info from the #BengaluruOppositionMeeting…
— Jayant Singh (@jayantrld) July 19, 2023
Every leader spoke about the people’s issues & agenda; challenges before #INDIA,
BUT….
ZERO discussion on Modi Ji!
गौरतलब हो कि पिछले दिनों जयंत चौधरी की पार्टी आरएलडी के बीजेपी के नेतृत्व एनडीए गठबंधन में शामिल होने की खूब चर्चा हुई थी. लेकिन बाद में जयंत चौधरी ने सभी अटकलों को खारिज करते हुए बीजेपी के साथ गठबंधन करने से इनकार कर दिया था और विपक्ष की अगली बैठक में शामिल होने की बात कहीं थी. बता दे कि जयंत चौधरी 23 जून को पटना में हुई विपक्षी दलों की पहली बैठक में शामिल नहीं हुए थे.
इस वजह से भी बढ़ी हलचल
जानकारी के अनुसार, बेंगलुरू में विपक्षी दलों के संवाददाता सम्मेलन में लालू प्रसाद यादव, नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव मौजूद नहीं थे. इस पर कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा कि कई नेताओं की फ्लाइट थी और वो पहले ही यहां से चले गए. बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने इसे लेकर विपक्ष पर निशाना साधा है. उन्होंने एक मीडिया रिपोर्ट के आधार पर कहा, "बेंगलुरू की बैठक से नाराज होकर पटना लौटे नीतीश कुमार. मीडिया से बनाई दूरी. अपने इज़्ज़त का ख़्याल नहीं था तो कम से कम बिहार की इज़्ज़त का ख़्याल रखते."