Lok Sabha Elections 2024: अगर INDIA नहीं होता तो क्या होता विपक्षी महागठबंधन का नाम? देखें लिस्ट
Lok Sabha Elections 2024: देश में होने वाले अगले लोकसभा चुनाव में बीजेपी को कड़ी टक्कर देने के मकसद से विपक्षी दलों ने महागठबंधन कर लिया है. जिसका नाम 'इंडिया' रखा गया है.
हाइलाइट
- विपक्षी दलों ने महागठबंधन का नाम 'इंडिया' रखा है.
- ममता बनर्जी ने रखा था 'इंडिया' नाम का प्रस्ताव
- राहुल गांधी ने इस नाम का किया समर्थन
Opposition Alliance: संयुक्त विपक्षी दलों ने महागठबंधन के नाम का ऐलान कर 2024 लोकसभा चुनाव का बिगुल फूंक दिया है. बेंगलुरु (Bengaluru) में दो दिन के मंथन के बाद मंगलवार (18 जुलाई) को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि हमारे गठबंधन का नाम इंडिया होगा. जिसकी फुल फॉर्म है- इंडियन नेशनल डेवेलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस यानी की ‘इंडिया’. विपक्ष की ये दूसरी बैठक कांग्रेस (Congress) की अध्यक्षता में हुई है.
राहुल गांधी ने राज्यों में गठबंधन पर किया इशारा
इसके अलावा कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अहम समापन टिप्पणी करते हुए कहा कि मैं विश्वास दिलाता हूं कि कांग्रेस बीजेपी के खिलाफ एक वैचारिक अभियान चला रही है और इसके लिए हम सभी राजनीतिक दलों का साथ देने के लिए तैयार हैं. ऐसा कहते हुए राहुल गांधी ने अखिलेश यादव और नीतीश कुमार जैसे नेताओं को संकेत दिया कि उनको राज्यों में गठबंधन कर लेना चाहिए.
बैठक में महागठबंधन के लिए इन नामों का रखा गया प्रस्ताव
इस बैठक में भारत (इंडिया) नाम टीएमसी चीफ और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने प्रस्तावित किया था और राहुल गांधी ने उनका समर्थन किया. पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने भारत जोड़ो गठबंधन नाम का प्रस्ताव रखा था और कहा था कि राहुल की भारत जोड़ो यात्रा सफल रही, इसलिए इसे बरकरार रखा जाना चाहिए. इस दौरान कई अन्य नाम भी प्रस्तावित किए गए.
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने इंडियन मेन फ्रंट का प्रस्ताव रखा, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने यूपीए 3 का प्रस्ताव रखा, सीपीआईएम के नेता सीताराम येचुरी ने वी फॉर इंडिया का प्रस्ताव रखा, जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने भारतीय नाम का प्रस्ताव रखा. छोटे दलों ने भी कुछ नाम के सुझाव दिए थे. बैठक में नाम, सीएमए, समन्वय समिति, सचिवालय और संयुक्त अभियान पर चर्चा की गई.
तीन कमेटियां बनाई जाएंगी
इसमें तय किया गया कि 3 कमेटियां बनाई जाएंगी. एक कॉमन मिनिमम एजेंडा के लिए उप-समिति, दूसरी अभियान के लिए उप-समिति और तीसरी समन्वय समिति बनाई जाएगी. इस बैठक के दौरान एनसीपी चीफ शरद पवार बहुत कम बोले, लेकिन कहा कि बीजेपी एजेंसियों के साथ मिलकर परेशान कर रही है और धमका रही है, जो एनसीपी के साथ हुआ वो आगे अन्य पार्टियों के साथ भी होगा. विपक्षी की अगली बैठक 15 अगस्त के बाद मुंबई में होगी.