P20 Summit India 2023: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को राजधानी दिल्ली में हो रहे जी-20 देशों के नौवें पार्लियामेंट्री स्पीकर्स समिट (P-20) में हिस्सा लिया है. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि एक बंटी हुई दुनिया चुनौतियों का समाधान नहीं दे सकती है. ये यह शांति और भाईचारे का समय है, साथ मिलकर चलने और आगे बढ़ने का समय है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आतंकवाद को लेकर हम सभी को लगातार सख्ती बरतनी ही होगी. लेकिन आतंकवाद की परिभाषा को लेकर आम सहमति न बन पाना काफी दुखद है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "दुनिया के अलग-अलग कोनों में जो कुछ भी हो रहा है उससे आज कोई भी अछूता नहीं है. संघर्ष और टकराव से आज दुनिया संकटों से जूझ रही है, इन संकटों से भरी दुनिया किसी के भी हित में नहीं है." पीएम मोदी ने आगे कहा कहा, "मानवता के सामने जो बड़ी चुनौतियां हैं, उनका समाधान एक बंटी हुई दुनिया नहीं दे सकती. ये शांति और भाईचारे का समय है, साथ मिलकर चलने का समय है, साथ आगे बढ़ने का समय है. ये सबके विकास और कल्याण का समय है. हमें वैश्विक विश्वास के संकट को दूर करना होगा और मानवता केंद्रित सोच पर आगे बढ़ना होगा."
इस बीच पीएम मोदी ने भारत में सीमा-पार आतंकवाद का भी जिक्र करते हुए कहा कि भारत सालों से आतंक का सामना कर रहा है. पीएम मोदी ने कहा, "भारत दशकों से क्रॉस-बॉर्डर टेररिज्म का सामना कर रहा है. आतंकवादियों ने भारत में हजारों निर्दोषों की जान ली है. संसद के नए भवन के पास ही आपको भारत की पुरानी संसद भी दिखाई देगी. करीब 20 साल पहले आतंकवादियों ने हमारी संसद को भी निशाना बनाया था और आप जानकर चौंक जाएंगे कि उस समय संसद का सत्र चल रहा था. आतंकियों की तैयारी सांसदों को बंधक बनाने की और उन्हें खत्म करने की थी. भारत ऐसी अनेकों आतंकी वारदातों से निपटते हुए आज यहां पहुंचा है."
पीएम मोदी ने आगे कहा, "अब दुनिया को भी एहसास हो रहा है कि आतंकवाद दुनिया के लिए कितनी बड़ी चुनौती है. आतंकवाद चाहे कहीं भी होता है, किसी भी कारण से होता है, किसी भी रूप में होता है, लेकिन वो मानवता के विरुद्ध होता है. ऐसे में आतंकवाद को लेकर हम सभी को लगातार सख्ती बरतनी ही होगी. हालांकि, इसका एक वैश्विक पक्ष और है जिसकी तरफ में आपका ध्यान आकर्षित करना चाहता हूं. आतंकवाद की परिभाषा को लेकर आम सहमति न बन पाना ये बहुत दुखद है."
पीएम मोदी ने कहा, "आज भी संयुक्त राष्ट्र में इंटरनेशनल कन्वेंशन ऑन कॉम्बेटिंग टेररिज्म कॉन्सेंसस का इंतजार हो रहा है. दुनिया के इसी रवैये का फायदा मानवता के दुश्मन उठा रहे हैं. दुनिया भर की संसद को, प्रतिनिधियों को ये सोचना होगा कि आतंकवाद के खिलाफ हम कैसे मिलकर के काम कर सकें." First Updated : Friday, 13 October 2023