Padma Awards 2024: आज पूरा देश 75 वां गणतंत्र दिवस मना रहा है, प्रत्येक साल 26 जनवरी के एक दिन पहले केंद्र सरकार पद्म पुरस्कारों का ऐलान करती है. वहीं सरकार हर बार की तरह इस गणतंत्र दिवस के अवसर पर भी अनसंग हीरोज को इस सम्मान के लिए चुना है. जबकि सूची में उन विशेष लोगों के नाम हैं जो अपने दम पर समाज में एक अलग छाप छोड़ी है. मगर बहुत सारे लोगों के मन में ये सवाल आता होगा कि, पद्मश्री, पद्म भूषण और पद्म विभूषण पुरस्कार में अंतर क्या है. तो चलिए आज हम आपको बताते हैं इन तीनों पुरस्कार की विशेषताएं.
इस साल गणतंत्र दिवस के अवसर पर जिन लोगों को पद्म पुरस्कार देने का ऐलान किया है गया है, उनमें चामी मुर्मू, गुरविंदर सिंह, पार्बती बरुआ, जागेश्वर यादव, सत्यनारायण बेलेरी, दुक्खू मांझी, के चेलम्मल, यानुंग जामोह लेगो, सोमाना, सर्वेश्वर बसुमातारी, संगठन कीमा, हेमचंद मांझी, प्रेमा धनराज का नाम मौजूद हैं. इन लोगों के अतिरिक्त शांति देवी पासवान, शिवम पासवान, रतन कहार, अशोक कुमार बिश्वास, बालाकृष्णम सदानम पुथिया, उदय विश्वनाथ देशपांडे, यज्दी मानेकशा इटालिया का नाम शामिल है, वहीं इन सभी को सरकार सम्मानित करने वाली है.
हर साल पुरस्कार देने पर अगर चर्चा की जाए, तो साधारण एवं विशिष्ट सेवा के लिए पद्म विभूषण दिया जाता है. जबकि पद्म भूषण को हमेशा उच्च कोटि की विशिष्ट सेवा के लिए साथ ही पद्मश्री पुरस्कार विशिष्ट सेवा के लिए दिए जाते हैं. सरकार जब इस पुरस्कार को देने का ऐलान करती है तो, इसको देने के लिए कभी भी जाति, पद, लिंग, व्यवसाय में अंतर नहीं किया जाता है.
वहीं वैज्ञानिकों व डॉक्टरों के अतिरिक्त पीएसयू संग कार्य करने वाले सरकारी कर्मचारियों को इन पुरस्कारों से बिल्कुल भी सम्मानित नहीं किया जाता है. दरअसल ये पुरस्कार मरणोपरांत (मतलब) के हिसाब से नहीं दिए जाते हैं. जबकि विशेष मामलों में सरकार पुरस्कार देने पर गहरा विचार करती है. जानकारी दें कि, पद्म विभूषण देश का दूसरा सबसे बड़ा नागरिक पुरस्कार है. वहीं इससे पहले भारत रत्न का नाम लिया जाता है, साथ ही पद्म भूषण देश का तीसरा सबसे बड़ा नागरिक पुरस्कार है. First Updated : Friday, 26 January 2024