पहलगाम के हत्यारे फंसे? कश्मीर के जंगलों में आतंकवादियों की तलाश जारी
रिपोर्ट्स की मानें तो पहलगाम हमले से पाकिस्तानी आर्मी चीफ जनरल आसिम मुनीर हमास नेताओं से मुलाकात की थी और इस हमले की साजिश रची थी. रिपोर्ट बताती हैं कि यह हमला 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल में हुए हमले के जैसा है. हमले की कार्यप्रणाली भी कुछ ऐसी ही थी, जिससे इस बात की संभावना जताई जा रही है कि हमले में हमास का हाथ हो सकता है.

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के तीन दिन बाद आतंकवादी संभवतः पास की पहाड़ियों में छिपे हुए हैं. सूत्रों ने बताया कि 26 निर्दोष लोगों की निर्मम हत्या करने वाले अपराधी पाकिस्तान लौटना चाहते थे, लेकिन सुरक्षाबलों के एक्शन के बाद वह अब फंस गए हैं. धर्म के आधार पर लोगों की हत्या करने वाले आतंकवादी द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) का हिस्सा हैं, जोकि पाकिस्तान से संचालित लश्कर-ए-तैयबा आतंकी संगठन का एक हिस्सा है. रिपोर्ट के अनुसार, आतंकवादियों ने नरसंहार के तुरंत बाद पड़ोसी देश पाकिस्तान में घुसने की योजना बनाई थी, लेकिन सुरक्षा बलों द्वारा उनकी तलाश शुरू करने के बाद वे स्थानीय जंगलों में छिपने को मजबूर हो गए.
26 निर्दोष लोगों की ली जान
22 अप्रैल की शाम को सेना की वर्दी पहने आतंकवादियों के एक ग्रुप ने पहलगाम के बैसरन में निर्दोष पर्यटकों पर हमला किया. उन्होंने पर्यटकों की पहचान और उनका धर्म पूछा और फिर उन्हें गोली मार दी. 2019 के पुलवामा विस्फोट के बाद घाटी में हुए सबसे घातक हमले में 26 लोगों की जान चली गई और कई लोग घायल हो गए. मृतकों में दो विदेशी और दो स्थानीय लोग भी शामिल थे.
रिपोर्ट्स की मानें तो पहलगाम हमले से पाकिस्तानी आर्मी चीफ जनरल आसिम मुनीर हमास नेताओं से मुलाकात की थी और इस हमले की साजिश रची थी. यह हमला 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल में हुए हमले के जैसा है. हमले की तरीका भी कुछ ऐसी ही थी, जिससे इस बात की संभावना जताई जा रही है कि हमले में हमास का हाथ हो सकता है.
भारत ने उठाए बड़े कदम
भारत ने हमले पर पहली बार कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तान के खिलाफ सात बड़े कदम उठाए हैं, जिनमें राजनयिक संबंधों को कम करना, आतंकवाद निरोधक अभियानों को निलंबित करना आदि शामिल हैं.सिंधु जल संधिअटारी-वाघा भूमि सीमा को बंद करना और पाकिस्तानी सैन्य अताशे को निष्कासित करना. इस बीच, आतंकवाद को समर्थन देने के कारण विश्व स्तर पर घिरने के बाद पाकिस्तान ने आरोप-प्रत्यारोप का खेल शुरू कर दिया है और सिंधु जल संधि को रोकने के भारत के कदम को 'युद्ध की कार्रवाई' बताया है.
भारतीय सेना ने दिया उकसावे की कार्रवाई का मुंहतोड़ जवाब
सूत्रों के अनुसार, भारत की कड़ी जवाबी कार्रवाई से पाकिस्तान बौखला गया है और सीमा के निकट पाक रेंजर्स की तैनाती बढ़ा दी है. तनाव के बीच शुक्रवार को पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा एलओसी पर बिना उकसावे के गोलीबारी की, जिसके बाद भारतीय सेना ने तुरंत जवाबी कार्रवाई की. इसके अलावा, पहलगाम हमले के बाद से नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ की कम से कम दो कोशिशें हुई हैं, जिन्हें भारतीय सुरक्षा बलों ने नाकाम कर दिया.


