पाकिस्तान चुनाव 2024 : सत्ता का असली खिलाड़ी कौन? क्या इमरान खान का राजनीतिक कैरियर होगा खत्म
Pakistan Elections 2024: पाकिस्तान में 2024 के आम चुनाव के लिए आज 8 फरवरी को मतदान हुआ है. मतदान के बीच देश में कई जगहों से हिंसा और आतंकी हमले को लेकर खबरें भी आईं. इसके साथ पाक के मतदाताओं ने नेशनल असेंबली के 5121 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला लिख दिया.
पाकिस्तान में आम चुनाव के लिए आज 8 फरवरी को मतदान हुआ. इस दौरान के देश के कई हिस्सों में आतंकी हमले भी हुए. 2024 के आम चुनाव में नवाज शरीफ चौथी बार सरकार बनाने की उम्मीद कर रहे हैं. इस चुनाव में नवाज के मुख्य प्रतिद्वंदी इमरान खान चुनावी दौड़ से बाहर हो गए हैं, क्योंकि वह भ्रष्टाटार समेत कई मामलों में दोषी पाए जाने पर जेल में बंद हैं. 2024 के संसदीय चुनाव के लिए कुल 5,121 उम्मीदवार मैदान में रहे और 12.8 करोड़ मतदाता इस बार रिजस्टर्ड हैं, जिनमें 4,807 पुरुष, 312 महिलाएं और दो ट्रांसजेंडर शामिल हैं. 2024 के आम चुनाव में पाकिस्तान में मुख्य भूमिका में कौन है और किसकी साख दांव पर लगी है. आज हम इसके बारे में जानेंगे.
पाकिस्तान चुनाव में कौन हैं प्रमुख खिलाड़ी
पाकिस्तान के आम चुनाव में नवाज शरीफ चौथी बार सत्ता में वापसी की उम्मीद कर रहे हैं. नवाज शरीफ इसके पहले तीन बार पाकिस्तान के तीन बार प्रधानमंत्री बने तथे, लेकिन उनकी बदकिस्मती रही कि वो कभी भी अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर पाये. नवाज शरीफ को तीसरी बार 2017 में कुर्सी छोड़नी पड़ी थी. तब पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें पनामा पेपर्स घोटाले से संबंधित भ्रष्टाचार के आरोपों पर जीवन भर के लिए राजनीति से प्रतिबंधित कर दिया था. इसके बाद साल 2019 में, नवाज शरीफ चिकित्सा उपचार के लिए लंदन चले गए और पिछले अक्टूबर में पाकिस्तान लौटने के बाद एक बार फिर उनकी पार्टी चुनावी मैदान में है.
वहीं पाक में इमरान खान के पद से हटने के बाद शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) ने 2022 में उनके भाई शहबाज शरीफ के नेतृत्व में गठबंधन सरकार बनाई थी. इस चुनाव में 74 वर्षीय नवाज शरीफ को पाकिस्तान के अगले पीए के मजबूत दावेदार और सेना के पक्षधर के रूप में देखा जाता है. नवाज शरीफ के लिए सबसे बड़ी बात यह है कि पिछले साल यानी 2023 में उनके ऊपर आजीवन चुनाव लड़ने में लगे प्रतिबंध को हटा दिया गया है. इसके बाद से नवाज शरीफ के चुनाव लड़ने का मार्ग प्रशस्त हो गया है.
पीटीआई का चुनाव चिन्ह छिना, इमरान चुनाव से बाहर
क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान 2024 के आम चुनाव में फिलहाल रेस से बाहर हो गए हैं. बीबीसी ने गैलप पोल का हवाला देते हुए बताया कि जेल में होने के बावजूद, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के नेता अभी भी राष्ट्रीय स्तर पर सबसे लोकप्रिय राजनेता हैं. पाकिस्तान के चुनावों में निष्पक्षता पर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं, क्योंकि पीटीआई के कई नेता सलाखों के पीछे हैं या दलबदल कर चुके हैं. इमरान की पार्टी से उसका चुनाव चिह्न, क्रिकेट का बल्ला छीन लिया गया है. इसके चलते पीटीआई के उम्मीदवारों को निर्दलीय चुनाव लड़ना पड़ रहा है. इमरान खान भ्रष्टाचार के आरोपों में पहले से जेल में बंद हैं और उन्हें चुनाव लड़ने से अयोग्य घोषित कर दिया गया है. शनिवार (3 फरवरी) को अपनी चौथी सजा में, पूर्व पीएम और उनकी पत्नी बुशरा बीबी को एक अदालत ने सात 7 जेल की सजा सुनाई है. उनके इस्लामी कानून के तहत अवैध शादी करने का दोषी पाया गया है.
नए पीएम के सामने क्या होंगी चुनौतियां?
पाकिस्तान के अगले प्रधानमंत्री को खस्ताहाल अर्थव्यवस्था और सुरक्षा चुनौतियों सहित कई महत्वपूर्ण मुद्दों का सामना करना पड़ेगा. नई सरकार को आर्थिक संकट से जूझ रहे देश के लिए जरूरी वित्तीय सहायता और निवेश सुनिश्चित करना होगा. राजनीतिक अस्थिरता वाले देश में बढ़ती मुद्रास्फीति को कम करना और नौकरियां पैदा करना सरकार के लिए सबसे कठिन काम होगा. पाकिस्तान के आम चुनावों पर भारत, पाकिस्तान के कट्टर प्रतिद्वंद्वी चीन के अलावा संयुक्त राज्य अमेरिका की भी नजर रहेगी.