'हमारा कोई लेना-देना नहीं'- पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान का पहला रिएक्शन, रक्षा मंत्री ने दी सफाई
पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान ने अपना पहला रिएक्शन दिया है. रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा, 'हमारा इससे कोई लेना-देना नहीं है. हम हर तरह के आतंकवाद को खारिज करते हैं.' अब सवाल ये है कि पाकिस्तान की तरफ से यह बयान क्या कुछ बदलने वाला है? पूरी खबर में जानिए पाकिस्तान का रुख और भारत की प्रतिक्रिया!

Pakistan First Reaction After Pahalgam Attack: 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को सदमे में डाल दिया. इस भीषण हमले में 27 मासूम पर्यटकों की जान चली गई. घटना के बाद भारत में गुस्से का माहौल है और लोग लगातार पाकिस्तान पर सवाल उठा रहे हैं, क्योंकि पहले भी कई बार सीमा पार से आतंकी गतिविधियों में पाकिस्तान का नाम सामने आता रहा है. इसी बीच अब पाकिस्तान की ओर से पहली बार इस हमले को लेकर प्रतिक्रिया आई है.
पाकिस्तान ने दी सफाई, ख्वाजा आसिफ का बयान
हमले के दो दिन बाद, पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने मीडिया से बात करते हुए कहा – 'पहलगाम हमले से पाकिस्तान का कोई लेना-देना नहीं है. हम हर किस्म के आतंकवाद की कड़ी निंदा करते हैं – चाहे वह कहीं भी हो, किसी के खिलाफ हो.' यह पाकिस्तान की ओर से पहला आधिकारिक बयान है जो पहलगाम आतंकी हमले के बाद सामने आया है.
We have absolutely nothing to do with it. We reject terrorism in all its forms and everywhere, says Pakistan's Defence Minister Khawaja Asif on the #Pahalgam attack.#pahalgamattack pic.twitter.com/qGiTz6uVOn
— Ghulam Abbas Shah (@ghulamabbasshah) April 23, 2025
क्या वाकई पाक साफ है?
हालांकि पाकिस्तान ने हमले से खुद को अलग बताया है, लेकिन भारत में कई रक्षा विशेषज्ञ और आम नागरिक इस बयान को संदेह की नजर से देख रहे हैं. पहले भी उरी, पुलवामा जैसे हमलों के बाद पाकिस्तान ने यही रुख अपनाया था, लेकिन बाद में सबूतों से पाकिस्तान की भूमिका सामने आई थी.
भारत में क्या है माहौल?
इस हमले के बाद से ही देशभर में आक्रोश है. आम जनता से लेकर राजनेता, सैनिक और मशहूर हस्तियां – सबने खुलकर अपना गुस्सा और दुख जाहिर किया है. सोशल मीडिया पर #PahalgamAttack और #IndiaWillNotForget ट्रेंड कर रहे हैं.
सरकार और सेना सतर्क
हमले के बाद केंद्र सरकार ने साफ कर दिया है कि आतंक के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति जारी रहेगी. वहीं सेना भी घाटी में ऑपरेशन तेज़ कर चुकी है. उरी में घुसपैठ की कोशिश को विफल कर दो आतंकियों को मार गिराना इसी का हिस्सा माना जा रहा है.
पाकिस्तान भले ही खुद को इस हमले से अलग बताने की कोशिश कर रहा हो लेकिन भारत में लोग सवाल कर रहे हैं – अगर नहीं जुड़े हो, तो फिर आतंक कहां से आता है? पाकिस्तान का यह बयान अब सिर्फ एक औपचारिकता जैसा लग रहा है. अब देखना यह है कि भारत आगे क्या कदम उठाता है और क्या पाकिस्तान सिर्फ बयान तक ही सीमित रहेगा या सच्चे मन से आतंक के खिलाफ खड़ा होगा.


