गुप्त बैठक में पाकिस्तान का नाश करने की योजना: पीएम मोदी, राजनाथ और डोभाल की निर्णायक रणनीति
पाकिस्तान के खिलाफ एक निर्णायक कदम उठाने की तैयारी में अब भारत योजना बना रहा है. पीएम मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने दिल्ली में एक अहम बैठक की. यह बैठक पाकिस्तान की बढ़ती उकसावे वाली कार्रवाइयों और जम्मू-कश्मीर के हालात पर थी.

नई दिल्ली. पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर सीमा पर पाकिस्तान की ओर से लगातार उकसावे वाली फायरिंग के बीच दिल्ली में पीएम मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बीच एक अहम बैठक आयोजित की गई, इसमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजिच डोभाल भी मौजूद थे. बैठक करीब 40 मिंट तक चली और इसमें रक्षा मंत्री ने राजनाथ सिंह ने पीएम को जम्मू-कश्मीर के हालातों के बारे जानकारी दी. इस बैठक से यह संकेत मिलते हैं कि भारतीय नेतृत्व इस समय सीमा पर तनाव को लेकर गंभीर विचार कर रहा है.
आतंकवादियों से निपटने के लिए उठाए जाएंगे कड़े कदम
22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. इस घटना ने देश को हिलाकर रख दिया था और पूरे देश में गुस्से की लहर थी. भारत ने पाकिस्तान से लगी सीमा पर लगातार बढ़ते उकसावे को गंभीरता से लिया है. भारत ने आतंकवादियों को सख्त सजा देने का संकल्प लिया है और यह बैठक ऐसे समय में हुई है जब सरकार पहलगाम हमले में शामिल आतंकवादियों को न्याय के दायरे में लाने के लिए कदम उठा रही है.
जम्मू-कश्मीर में सेना की सख्ती, पाकिस्तान को कड़ा जवाब
बैठक के दौरान, सुरक्षा मामलों पर चर्चा करते हुए, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी को जम्मू-कश्मीर के सुरक्षा हालात से अवगत कराया. साथ ही यह भी बताया कि जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबल लगातार आतंकियों का पीछा कर रहे हैं और अब तक 10 आतंकियों के घरों को जमींदोज किया जा चुका है. इस दौरान पाकिस्तान द्वारा सीमा पर किए गए युद्धविराम उल्लंघन के बारे में भी चर्चा हुई, जिसमें भारतीय सेना ने पाकिस्तानी गोलीबारी का कड़ा जवाब दिया.
सैन्य तैयारियों में तेजी, भारत का संदेश साफ
रक्षा मंत्री ने सीजीएस और तीनों सेनाओं प्रमुखों सेसे पहले ही मुलाकत की थी. जहां पहलगाम हमले के बाद सैन्य तैयारियों को लेकर रणनीति बनाई गई. इस पूरी घटना के बीच भारतीय नेतृत्व ने पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दिया है कि भारत अपनी सुरक्षा से किसी भी प्रकार कार समझौता नहीं करेगा और आतंकवाद के खिलाफ सख्त एक्शन लेगा


