Pakistan: खैबर पख्तूनख्वा में पाक सेना के काफिले पर आत्मघाती हमला, नौ सैनिकों की मौत, कई घायल
Blast in Pakistan: पाकिस्तान में बाइक सवार एक हमलावर ने सेना के काफिले को निशाना बनाते हुए आत्मघाती हमला किया है. इस फिदायीन हमले में नौ सैनिकों की मौत हो गई, जबकि 17 से ज्यादा घायल हुए है.
Blast in Khyber Pakhtunkhwa: पाकिस्तान में एक बार फिर से सेना के काफिले को निशाना बनाते हुए आत्मघाती हमला किया गया. इस फिदायीन हमले में नौ सैनिकों की मौत हो गई है, जबकि 17 से ज्यादा जवान घायल हो गए. पाकिस्तान के सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि गुरुवार को बाइक सवार एक आत्मघाती हमलावर ने सेना के काफिले को टारगेट करते हुए हमला किया. ये हमला अफगानिस्तान की सीमा से सटे खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बन्नू जिले में हुआ.
पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, हमलावर मोटर साइकिल पर सवार होकर आया था. हमलावर ने खैबर पख्तूनख्वा के माली खेल इलाके में सुरक्षा बलों के काफिले पर हमला कर इस वारदात को अंजाम दिया. आत्मघाती हमलावर ने सेना के काफिले के पास खुद को विस्फोट कर उड़ा लिया. इस हमले में नायब सूबेदार सनोबर अली समेत नौ जवानों की मौत हो गई. जबकि 17 से ज्यादा सैनिकों के घायल होने की खबर है.
अधिकारियों ने बताया कि धमाके के बाद सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी है. एक बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान के सुरक्षा बल आतंकियों के खतरे को खत्म करने के लिए दृढ़ हैं और हमारे बहादुर जवानों की शहादत हमारे संकल्प को और अधिक मजबूत करती है.
ये पहला मामला नहीं है, जब पाकिस्तानी सेना पर आत्मघाती हमला किया गया है. करीब एक महीने के भीतर खैबर पख्तूनख्वा क्षेत्र में ये ऐसी दूसरी घटना है. इससे पहले 30 जुलाई को एक राजनीतिक दल की बैठक में एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोट किया था. जिसमें 54 लोग लोगों की मौत हो गई थी और 100 से ज्यादा लोग घायल हुए थे.
हमले में तालिबान का हाथ होने की आशंका
इस फिदायीन हमले की जिम्मेदारी फिलहाल किसी आतंकी समूह ने नहीं ली है. लेकिन इस हमले के पीछे तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) का हाथ होने की आशंका जताई जा रही है. पाकिस्तान में 2022 के बाद सुरक्षा बलों पर हमले बढ़े है और ज्यादातर हमले टीटीपी ने ही किए है. अधिकारियों ने कहना है कि अफगानिस्तान में जब से तालिबान सत्ता में आई है तब से काबुल आतंकियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह बन गया है. वे वहां खुलेआम घूम रहे हैं उनके हौसले बुलंद है. टीटीपी ने पाक सरकार की परेशानी बढ़ाई हुई है. क्योंकि पिछले सालों में तालिबान पाकिस्तान में काफी एक्टिव हुआ है.
पीएम अनवारुल हक की हमले की निंदा
पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवारुल हक काकर ने आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है. उन्होंने जवानों की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, 'खैबर पख्तूनख्वा के बन्नू डिवीजन में कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले में नौ बहादुर सैनिकों की मौत स्तब्ध करने वाली है.