3 दिन में 40 बार सीजफायर का उल्लंघन... पाकिस्तान ने बिना उकसावे की गोलीबारी, भारतीय सेना ने दिया करारा जवाब
India-Pakistan Tension: भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अब और बढ़ चुका है. पाकिस्तान ने तीन दिन के भीतर 40 बार सीजफायर का उल्लंघन किया है. पाकिस्तानी सेना ने बिना किसी उकसावे के भारतीय पोस्टों पर गोलीबारी की, जिसका भारतीय सेना ने प्रभावी तरीके से जवाब दिया.

India-Pakistan Tension: पाकिस्तान ने 3 दिन के अंदर 40 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है. भारतीय सेना ने इसका करार जवाब दिया है. भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा (LoC) पर भारतीय चौकियों पर रात भर बिना उकसावे की फायरिंग की. भारतीय सेना ने रविवार, 27 अप्रैल को यह जानकारी दी है. यह घटनाए मंगलवार को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद हुई हैं, जिसमें 26 नागरिकों की जान चली गई थी.
भारतीय सेना ने 27 अप्रैल को बताया कि 26-27 अप्रैल की रात को पाकिस्तानी सेना ने बिना किसी उकसावे के छोटे हथियारों से गोलीबारी की. यह गोलीबारी तुतमारी गली और रामपुर सेक्टर के पास स्थित भारतीय पोस्टों पर की गई. भारतीय सेना ने तत्परता से प्रतिक्रिया देते हुए छोटे हथियारों से जवाबी गोलीबारी की, जिससे पाकिस्तानी सेना की कार्रवाई को नाकाम कर दिया.
गोलीबारी में कोई हताहत नहीं
भारतीय सेना ने यह भी बताया कि गोलीबारी के दौरान किसी भी प्रकार की हताहत की खबर नहीं है. हालांकि, स्थिति की गंभीरता को देखते हुए भारतीय सैनिकों ने अपनी प्रतिक्रिया तेज और सटीक रखी, जिससे पाकिस्तान के हमले को सफल नहीं होने दिया.
भारत द्वारा उठाए गए कड़े कदम
पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े कदम उठाए. बुधवार को भारत ने 65 साल पुराने सिंधु जल समझौते को निलंबित करने का ऐलान किया, साथ ही अटारी सीमा पर व्यापार को बंद कर दिया और पाकिस्तानी सैन्य अटैचियों को निष्कासित कर दिया. इसके अलावा, भारत ने पाकिस्तान से आए सभी नागरिकों से 1 मई तक देश छोड़ने का आदेश भी दिया.
पाकिस्तान का कड़ा जवाब
भारत के इन कड़े कदमों का पाकिस्तान ने भी विरोध किया. गुरुवार को पाकिस्तान ने भारतीय विमानों के लिए अपना एयरस्पेस बंद करने और भारत के साथ व्यापार को निलंबित करने का ऐलान किया. पाकिस्तान ने भारत के सिंधु जल समझौते को निलंबित करने के कदम को अस्वीकार किया और चेतावनी दी कि यदि भारत ने समझौते के तहत पाकिस्तान को मिलने वाली जल आपूर्ति को रोकने की कोशिश की, तो इसे युद्ध की घोषणा माना जाएगा.


