Up Constable Paper Leak Row: यूपी पुलिस कॉन्स्टेबल परीक्षा रद्द, सीएम योगी ने दिए सख्त आदेश
Up Constable Paper Leak: सीएम योगी ने लिखा,’परीक्षाओं की शुचिता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता. युवाओं की मेहनत के साथ खिलवाड़ करने वाले किसी भी दशा में बख्शे नहीं जाएंगे
हाइलाइट
- पुलिस भर्ती परीक्षा लीक मामले की जांच एसटीएफ़ को सौंप दी.
- 18 फ़रवरी को यह परीक्षा आयोजित की गई थी.
Up Constable Paper Leak: उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती की परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद रद्द कर दिया गया है. इसकी जानकारी ख़ुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दी है. साथ ही सीएम योगी ने अगले 6 महीनों के अंदर फिर से परीक्षा कराने का आदेश दिया है. सीएम योगी ने आगे लिखा,’परीक्षाओं की शुचिता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता. युवाओं की मेहनत के साथ खिलवाड़ करने वाले किसी भी दशा में बख्शे नहीं जाएंगे. ऐसे अराजक तत्वों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई होनी तय है.’
.@Uppolice आरक्षी नागरिक पुलिस के पदों पर चयन के लिए आयोजित परीक्षा-2023 को निरस्त करने तथा आगामी 06 माह के भीतर ही पुन: परीक्षा कराने के आदेश दिए हैं।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 24, 2024
परीक्षाओं की शुचिता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता।
युवाओं की मेहनत के साथ खिलवाड़ करने वाले किसी भी दशा में बख्शे नहीं…
बता दें कि 18 फ़रवरी को यह परीक्षा आयोजित की गई थी. हालाँकि कुछ छात्रों के पास पहले ही परीक्षा में आने वाले सवालों के जवाब थे. मामले तेजी से फेल गया और सुर्खियों में आ गया. जिसके बाद छात्रों ने जमकर प्रदर्शन किया और सरकार से परीक्षा रद्द करने के साथ-साथ मुजरिमों पर बुलडोजर की कार्रवाई करने की मांग की थी.
मामले की जांच के लिए बनी एक कमेठी
इस मामले की जाँच के लिए एक कमेटी बनाई गई है. इस कमेटी को एडीजी अशोक कुमार सिंह हेड करेंगे. मेल मिलने वाली तक़रीबन 1500 अभ्यर्थियों की शिकायतों और सबूतों को नज़र में रखते हुए मामले की जाँच करेगी. हालांकि पहले पेपर लीक की खबरों को खारिज कर दिया गया था लेकिन मामले को बढ़ता देख अभ्यर्थियों से शिकायतें मांगी गई और उसके बाद यह एक्शन लिया गया.
राहुल और अखिलेश ने उठाया मुद्दा
पुलिस भर्ती परीक्षा लीक मामले की जांच एसटीएफ़ को सौंप दी गई है. आपको बता दें कि परीक्षा के बाद से परीक्षार्थी लगातार पेपर लीक को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, जिसके बाद इस मुद्दे को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी उठाया था. मामला गरमाने के बाद भर्ती बोर्ड की ओर से इसकी जांच के लिए अंतरिम कमेटी भी बनाई गई थी और अब सीएम योगी ने इस परीक्षा को निरस्त कर दिया है.