पिछले दिनों पशुपति पारस ने केंद्रीय मंत्री अमित शाह से दिल्ली में मुलाकात की थी. इस मुलाकात के बाद से कहा जा रहा है कि चिराग के बयानों को देखते हुए बीजेपी उन पर लगाम लगाने की तैयारी कर रही है. खबर ये भी है कि बीजेपी एक बार फिर पशुपति पारस को एनडीए में तरजीह दी जा सकती है. माना जा रहा है कि पशुपति पारस को जल्द ही किसी राज्य का राज्यपाल या फिर किसी महत्वपूर्ण केंद्रीय बोर्ड का अध्यक्ष बनाया जा सकता है.
कहा जा रहा है कि अगर बीजेपी पारस का कद बढ़ाकर उन्हें किसी राज्य का राज्यपाल या किसी केंद्रीय बोर्ड का अध्यक्ष बनाते हैं तो जाहिर सी बात है कि वो चिराग पासवान के कद के बराबर आ जाएंगे. और अगर ऐसाा हुा तो पारस के जरिए बीजेपी चिराग पासवान पर कंट्रोल रख पाएगी.
दरअसल, हाल ही में चिराग पासवान केंद्र सरकार की कई महत्वपूर्ण फैसले पर आपत्ति जताई थी और इसका विरोध भी किया था. उन्होंने केंद्र सरकार के फैसले पर इंडिया गठबंधन की लाइन के खिलाफ जाकर बयान दिए थे. उन्होंने वक्फ बिल और सरकारी नौकरी में लैटरल एंट्री को लेकर विरोध किया था. इसके अलावा उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के अनुसूचित जाति और जनजाति कोटा में सब कैटेगरी और क्रीमी लेयर को चिन्हित करने के फैसले का भी विरोध किया था. इन्ही सब कारणों की वजह से बीजेपी उन पर लगाम लगाना चाहती है और पशुपति पारस को कोई बड़ा कद देने की तैयारी में है.