Parliament Special Session: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के विशेष सत्र के पहले दिन सदन को संबोधित किया है. सोमवार को लोकसभा में पीएम मोदी ने अपने भाषण में संसदीय इतिहास में योगदान, उसका महत्व, चंद्रयान 3 की सफलता, संसद अटैक, पंडित जवाहरलाल नेहरू से लेकर डॉ. मनमोहन सिंह तक का जिक्र किया है.
संसद के विशेष सत्र में पीएम मोदी ने कहा, "इन 75 सालों में हमारी संसद, जन-भावनाओं की अभिव्यक्ति का भवन भी बनी है. हम देखते हैं कि राजेंद्र बाबू से लेकर डॉ कलाम, रामनाथ कोविंद जी और अभी द्रोपदी मुर्मू जी. इन सबके संबोधन का लाभ हमारे सदनों को मिला है. उनका मार्गदर्शन मिला है."
पीएम मोदी ने कहा, "आदरणीय अध्यक्ष जी, पंडित नेहरू जी, शास्त्री जी, वहां से लेकर अटल जी, मनमोहन सिंह जी तक, एक बहुत बड़ी श्रंखला, जिसने इस सदन का नेतृत्व किया है और सदन के माध्यम से देश को दिशा दी है. देश को नए रंग रुप में ढालने के लिए परिश्रम किया है. आज उन सबका गौरवगान करने का भी अवसर है."
पीएम मोदी ने कहा, "सरदार वल्लभ भाई पटेल, लोहिया जी, चंद्रशेखर जी, आडवाणी जी, न जाने अनगिनत नाम, जिन्होंने हमारे इस सदन को समृद्ध करने में, चर्चाओं को समृद्ध करने में, देश के सामान्य से सामान्य व्यक्ति की आवाज को ताकत देने का काम, इस सदन में किया है." प्रधानमंत्री ने आगे कहा, "उमंग, उत्साह के पल के बीच कभी सदन की आंख से आंसू भी बहे. ये सदन दर्द से भर गया, जब देश को तीन प्रधानमंत्रियों को उनको कार्यकाल में ही खोने की नौबत आई. जिसमें नेहरू जी, शास्त्री जी और इंदिरा जी थी. तब इस सदन ने आंसूभरी आंखों से उन्हें विदाई दी."
पीएम मोदी ने कहा, 'जब आतंकी (संसद भवन पर) हमला हुआ, ये आतंकी हमला किसी इमारत पर नहीं बल्कि एक प्रकार से लोकतंत्र की जननी, हमारी जीवित आत्मा पर हमला था. उस घटना को देश कभी नहीं भूल सकता. मैं उन लोगों को भी नमन करता हूं जिन्होंने आतंकवादियों से लड़ते हुए संसद और उसके सभी सदस्यों की रक्षा के लिए अपने सीने पर गोलियां खाईं.'
सदन को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने आर्टिकल 370 का भी जिक्र किया. पीएम मोदी ने कहा, "सबका साथ सबका विकास के मंत्र ने अनेक ऐतिहासिक निर्णय, दशकों से लंबित विषयों का स्थाई समाधान भी इसी सदन में हुआ है. आर्टिकल 370 को लेकर सदन हमेशा गर्व के साथ कहेगा कि यह इस काल में हुआ. वन नेशन, वन टैक्स, जीएसटी का निर्णय भी इसी सदन ने किया. वन रैंक, वन पेंशन भी इसी सदन ने देखा. गरीबों के लिए दस फीसदी आरक्षण बिना किसी विवाद के पहली बार इसी सदन में किया गया." First Updated : Monday, 18 September 2023