PM Modi Live: पत्थरबाजी बंद, लोकतंत्र मजबूत, 2014 के बाद भारत घर में घुसकर मारता है: पीएम मोदी
PM Modi Live from Parliament: पीएम मोदी राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब दे रहे हैं. पीएम मोदी जैसे ही बोलने के लिए खड़े हुए, विपक्षी सांसदों ने हंगामा कर दिया. पीएम मोदी ने कहा कि कल और आज कई माननीय सदस्यों ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर अपने विचार पेश किए. मैं खास तौर उन सभी को जो पहली बार सांसद बनकर आए हैं.
PM Modi Live from Parliament: 18वीं लोकसभा के पहले सेशन में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बोल रहे हैं. इससे पहले सोमवार को विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सरकार को जमकर घेरा था. उन्होंने हिंदू, हिंसा, नफरत, अग्निवीर, किसान, पेपर लीक समेत तमाम मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश की. इस दौरान पीएम मोदी संसद में बोलते विपक्ष का हमला बोला है जिसके बाद विपक्ष का लगातार हंगामा जारी रहा.
पीएम मोदी राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब दे रहे हैं. पीएम मोदी जैसे ही बोलने के लिए खड़े हुए, विपक्षी सांसदों ने हंगामा कर दिया. पीएम मोदी ने कहा कि कल और आज कई माननीय सदस्यों ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर अपने विचार पेश किए. मैं खास तौर उन सभी को जो पहली बार सांसद बनकर आए हैं, उन्होंने जो विचार व्यक्त किए संसद के सभी नियमों को पालन करते हुए. उनका व्यवहार ऐसा था जैसे एक अनुभवी सांसद का होता है और इसीलिए पहली बार आने के बावजूद भी उन्होंने सदन गरिमा को बढ़ाया है और अपने विचारों से इस डिबेट को और अधिक मूल्यवान बनाया है.
पीएम मोदी सदन में आगे संबोधित करते हुए कहा कि, विश्व के सबसे बड़े चुनाव अभियान में देश की जनता ने हमें तीसरी बार देश की सेवा करने का मौका दिया है.ये अपने आप में लोकतांत्रिक विश्व के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण और गौरवपूर्ण घटना है. मैं हमारे माननीय राष्ट्रपति जी का आभार व्यक्त करता हूं. उन्होंने अपने संबोधन में विकसित भारत के संकल्प को विस्तार से बताया..उन्होंने हम सबका और देश का मार्गदर्शन किया है. इसके लिए मैं हृदय से आभार व्यक्त करता हूं.
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आज तीसरी बार सेवा करने के लिए उपस्थित हुए हैं: पीएम मोदी
पीएम नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब दिया. पीएम मोदी ने कहा कि, "कल और आज कई सांसदों ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर अपने विचार व्यक्त किए, खासकर उन सांसदों ने जो सांसद के रूप में पहली बार हमारे बीच आए हैं. उन्होंने संसद के सभी नियमों का पालन किया और उनका व्यवहार एक अनुभवी सांसद की तरह था." और पहली बार सदस्य होने के बावजूद, उन्होंने सदन की गरिमा को बढ़ाया है और अपने विचारों से इस बहस को और अधिक मूल्यवान बना दिया है..."
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि "...भ्रष्टाचार के प्रति हमारी जीरो-टॉलरेंस नीति के लिए देश ने हमें आशीर्वाद दिया है। आज दुनिया भर में भारत की साख बढ़ी है...हमारी हर नीति, हर निर्णय, हर कार्य का एकमात्र उद्देश्य भारत रहा है.आगे उन्होंने कहा कि मैं देशवासियों को विश्वास दिलाता हूं कि हमने विकसित भारत का संकल्प लिया है और हम उस संकल्प को पूरा करने के लिए प्रयास करेंगे और हम पूरी निष्ठा और ईमानदारी से करेंगे और अपने समय का एक-एक पल लगाएंगे इस संकल्प को पूरा करने के लिए."
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि''अगर हम 2014 के उन दिनों को याद करें तो हमें एहसास होगा कि हमारे देश के लोगों ने अपना आत्मविश्वास खो दिया था. देश निराशा की खाई में डूब गया था. ऐसे समय में, 2014 से पहले सबसे बड़ी देश को जो हानि हुई, वह देशवासियों के आत्मविश्वास की हानि थी और जब विश्वास और आत्मविश्वास खो जाता है, तो व्यक्ति, समाज, देश के लिए कुछ समय के लिए खड़ा होना मुश्किल हो जाता था एक आम आदमी के मुंह से यही निकला कि 'इस देश का कुछ नहीं हो सकता' कुछ समय के लिए भारतीयों की हताशा के ये शब्द एक तरह की पहचान बन गए थे, जब हम रोज अखबार खोलते थे तो सिर्फ पढ़ते थे घोटालों की ख़बरें..."