Bihar Opposition Meeting: बिहार के पटना में हुई विपक्षी दलों की महाबैठक में बीजेपी के खिलाफ एकजुट होकर मैदान में उतरने की साझा रणनीति पर चर्चा हुई। विपक्ष की अगली संयुक्त बैठक शिमला में होगी और जल्द तारीख का ऐलान किया जाएगा। इस बैठक के बाद विपक्षी दलों की संयुक्त प्रेस कॉनफ्रेंस में नीतीश कुमार बड़ा बयान दिया है।
उन्होंने कहा कि आज विपक्षी पार्टियों की मीटिंग हुई। इसमें सभी विपक्षी दलों के नेता मौजूद रहे। अगली मीटिंग अगले महीने होगी। इसे कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे करेंगे। एक साथ चलने पर सहमति बनी है। अलगी बैठक कुछ ही दिन बाद करने का फैसला लिया गया है। अलगी बैठक में सब कुछ तय कर लिया जाएगा। अभी जो लोग शासन में हैं वह लोग देश हित में काम नहीं कर रहे। वह देश के इतिहास को बदल रहे हैं। इसलिए हमलोग एक साथ मिलकर लड़ेंगे।
राहुल गांधी ने विपक्षी एकता को लेकर दिया बड़ा बयान
नितीश कुमार के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बड़ा बयान जारी करते हुए कहा कि नीतीश जी ने हमें लिट्टी चोखा खिलाया। उनका बहुत-बहुत धन्यवाद। आज देश में सभी लोकतांत्रिक संस्थानों को निशाना बनाया जा रहा है। हम सभी में थोड़े-थोड़े मतभेद होंगे, लेकिन हमने निर्णय लिया है कि हम सभी साथ में काम करेंगे और लचीलेपन के साथ काम करेंगे और हमारी साझा विचारधारा की रक्षा करेंगे। आज की बातचीत को हम अगली बैठक में और गहराई में ले जाएंगे। यह विपक्षी एकता की एक प्रक्रिया है, जो आगे बढ़ने जा रही है। तो वहीं कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि चुनाव लड़ने का कॉमन एजेंडा तैयार कर रहें हैं। 10-12 जुलाई को शिमला में बैठक करेंगे। हालांकि ये अभी संभावित तिथि है। बैठक कर इसमें आगे का एजेंडा बनाया जायेगा। पत्रकारों से बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि ये लड़ाई विचारधारा की लड़ाई है।
ममता बनर्जी ने किया संबोधित
संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि मैंने पटना में मीटिंग करने को कहा था क्योंकि कोई भी जन आंदोलन यहीं से शुरू होता है। हमलोग साथ लड़ेंगे और हमे विपक्षी नहीं बोलिये, हमलोगों ने तय किया कि बीजेपी की तानाशाह सरकार जो चल रही है उसको हटाना है। आज राज्य की सरकारों को परेशान किया जा रहा है। देश के कई हिस्सों में काला कानून लाया जा रहा है। अगर इस बार भी तानाशाह सरकार आएगी तो देश का भला नहीं हो सकता है। इसलिये हमलोगों ने साथ चलने और लड़ने का फैसला लिया है। बीजेपी देश का इतिहास बदलना चाहती है जिसे हम होने नहीं देंगे। तो वहीं शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा कि हम सबकी विचारधारा अलग है। हम देश की अखंडता के लिए साथ आए हैं। देश में तानाशाही लाने वालों का विरोध करेंगे। मैं अपने आपको विपक्ष नहीं मानता। शुरूआत अच्छी होती है तो आगे सब अच्छा होता है।
PDP प्रमुख महबूबा मुफ्ती का बड़ा बयान
विपक्षी एकता की प्रेस कांफ्रेस में महबूबा मुफ्ती ने कहा कि हम गांधी के इस देश को गोडसे का मुल्क नहीं बनने देंगे। जो मुल्क के अंदर हो रहा है और हमारे लोकतंत्र, संविधान, सेक्युलरिज्म पर हमला हो रहा है उसका प्रयोगशाला हमारा जम्मू-कश्मीर बन चुका है। इसकी शुरूआत जम्मू-कश्मीर से हुई है और पूरे मुल्क में वहीं हो रहा है जो हमारे साथ हुआ है। हमने जिस महात्मा गांधी, नेहरू के मुल्क के साथ हाथ मिलाया है वही आइडिया ऑफ इंडिया है।
उमर अब्दुल्ला ने बीजेपी पर बोला हमला
उमर अब्दुल्ला ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, हमारा मकसद ताकत हासिल करना नहीं है। ये देश के संविधान को बचाने की लड़ाई है। हम तमाम दल देश को बर्बादी से बचाने के लिए एक साथ आए हैं। उन्होंने कहा कि हमारे लिए सबसे बड़ा मुद्दा है कि जम्मू-कश्मीर को फिर से राज्य का दर्जा मिले। जम्मू-कश्मीर में दिनदहाड़े लोकतंत्र की हत्या हुई है। उन्होंने इस दौरान बीजेपी और आरएसएस पर हमला बोला।
ये दिग्गज मीटिंग में हुए शामिल
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व सांसद राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव, शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे, एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, नेशनल कांफ्रेस के नेता उमर अब्दुल्ला, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता महबूबा मुफ्ती, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी समेत कई दिग्गजों ने इस महाबैठक में हिस्सा लिया। First Updated : Friday, 23 June 2023