India Bharat Name Politics: भारत-इंडिया मुद्दे पर बोले पीडीपी नेता मोहित भान, 'सिर्फ ध्यान भटकाने के लिए....'
Mohit Bhan On India-Bharat: 'इंडिया बनाम भारत' विवाद पर शुरू हुई राजनीति खत्म नहीं हो रही है. इस मुद्दे पर लगातार सभी नेताओं के बयान सामने आ रहे हैं.
हाइलाइट
- जी20 में आने वाले व्यक्तियों का ध्यान भटकाने के लिए छेड़ी गई यह बहस- भान
Mohit Bhan On India-Bharat: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के नेता मोहित भान ने 'इंडिया बनाम भारत' विवाद पर बयान दिया. मोहित भान ने इस मुद्दे को दिल्ली में होने जा रहे जी-20 शिखर सम्मेलन से जोड़ा. उन्होंने कहा कि 'यह बहस (भारत-इंडिया नाम विवाद) उन जी20 व्यक्तियों का ध्यान असल मुद्दों से हटाने के लिए छेड़ी गई है जो भारत आ रहे हैं.'
क्यो बोले मोहित भान?
मोहित भान ने मीडिया एजेंसी से बात करते हुए कहा कि 'चाहे आप इस देश को भारत कहें या भारत, बेरोजगारी, नफरत जो फैलाई जा रही है, ये सभी चीजें एक ही हैं. यह बहस (भारत नाम विवाद) उन जी20 में आने वाले व्यक्तियों का ध्यान भटकाने के लिए छेड़ी गई है. आप इस राष्ट्र को जो भी कहें, राष्ट्र के वास्तविक मुद्दे वही रहेंगे. भाजपा पिछले 9 सालों में इन मुद्दों को हल करने में विफल रही.'
#WATCH | "Whether you call this country India or Bharat, unemployment, inflation, hatred that is being spread, all these things are the same. This debate (Bharat name row) has been raked up to divert the attention of those G20 dignitaries who're coming to India, from the real… pic.twitter.com/QiMAPhsxi9
— ANI (@ANI) September 6, 2023
इसके साथ ही भान ने तर्क देते हुए कहा कि 'इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि देश का नाम क्या है, और बेरोजगारी, मुद्रास्फीति और नफरत जैसे मुद्दे वही रहते हैं. चाहे आप इस देश को इंडिया कहें या भारत, बेरोजगारी, महंगाई और फैलाई जा रही नफरत, ये सभी चीजें एक ही हैं.'
अनुच्छेद 370 पर क्या बोले?
भारत नाम विवाद के अलावा सुप्रीम कोर्ट में जो अनुच्छेद 370 पर केस चल रहा है, उस पर भी भान ने अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि 'उन्हें उम्मीद है कि इस क्षेत्र को भारतीय मुख्य भूमि के साथ एकीकृत करने वाले अनुच्छेद को उसके फैसले के माध्यम से बहाल किया जाएगा. इसके साथ ही पीडीपी लीडर ने कहा कि 'हमारी पार्टी का रुख शुरू से ही स्पष्ट रहा है, 5 अगस्त, 2019 के बाद, जब अनुच्छेद 370 को असंवैधानिक रूप से हटा दिया गया था, हम इसकी बहाली के लिए कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं.'