बालासोर ट्रेन हादसे को लेकर लोगों ने किये कई सवाल, 'कवच' सिस्टम की चर्चा, जानिए हादसे की वजह

ओडिशा बालासोर ट्रेन हादसे में 300 से ज़्यादा लोगों की मौत हो गयी है, इस बीच लोगों ने कई सवाल उठाये हैं जिसमें 'कवच' सिस्टम की भी चर्चा की गयी है।

हाइलाइट

  • 'कवच' सिस्टम को साल 2022 में लॉन्च किया गया था।

ओडिशा के जिले बालासोर में हुए ट्रेन हादसे के बाद से ही कई लोग और विपक्ष दलों के नेता यह सवाल कर रहें हैं की आखिर इतना दर्दनाक और बड़ा हादसा कैसे हुआ है? रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का कहना है की इस हादसे के लिए एक हाई लेवल की कमेटी तैयार की गयी है, जो इस मामले की जांच करेगी। जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। 

लोगों ने की हादसे को लेकर 'कवच' सिस्टम की चर्चा 

सोशल मीडिया पर लोग 'कवच' सिस्टम को लेकर काफी बातें कर रहें है, और यह कह रहें हैं कि यदि यह सिस्टम होता तो ऐसा हादसा नहीं होता। 'कवच' सिस्टम यानी ऐसा कहा जाता है की इसके जरिये ट्रेन हादसों को रोका जा सकता है, इसमें यह दावा किया गया है की यदि दो ट्रेनें एक साथ एक ही ट्रैक पर आ रही हों तो यह सिस्टम दोनों ट्रेनों को रोक देगा। 

सरकार की योजना के अनुसार, इस सिस्टम के तहत 2000 KM के रेल नेटवर्क को कवर किया जाना था, इस पर काम भी चल रहा था, जिसमें रेल रूट्स को इससे कवर किया जा रहा था। 'कवच' सिस्टम को साल 2022 में लॉन्च किया गया था। 

रेल मंत्री ने की 'कवच' सिस्टम की तारीफ 

सोशल मीडिया पर एक पुराने वीडियो में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव यह कहते नज़र आ रहें हैं कि हम अपना एक 'कवच' सिस्टम बना रहें हैं, यह सिस्टम यूरोप के सिस्टम से भी काफी बेहतर है। इस सिस्टम को टेस्ट करने के लिए मैं खुद एक ट्रैन में सवार हुआ, जिसमें दो ट्रेनें हाई स्पीड से चली आ रहीं थीं, ठीक - ठीक 400 मीटर की दूरी पर ही 'कवच' सिस्टम ने दोनों ट्रेनों को रोक दिया। मैंने एक इंजीनियर था, इसलिए मैंने ट्रेन में बैठने का यह रिस्क लिया था। मैंने पूरे आत्मविश्वास से कहता हूँ की यह टेस्ट कामयाब रहा। 

इसके अलावा लोगों ने यह भी सवाल किये की अगर 'कवच' सिस्टम इतना ही कारगर था तो इस हादसे को क्यों नहीं रोक पाया? इसपर रेलवे के प्रवक्ता अमिताभ शर्मा (Railway spokesperson Amitabh Sharma) का कहना है की 'कवच' सिस्टम रुट के आधार पर लगाया गया है अभी दिल्ली - हावड़ा और दिल्ली - बॉम्बे रूट (Delhi - Howrah and Delhi - Bombay Route) पर इस सिस्टम को लगाया गया है, जिस रूट पर यह दर्दनाक हादसा हुआ है उस जगह अभी काम शुरू नहीं हुआ था। 

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03 June 2023, 12:52 PM IST

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