एक क्लिक और पलभर में उड़ रही लोगों की कमाई... 10 महीनों के अंदर 4245 करोड़ की ठगी कर चुके स्कैमर्स!

डिजिटल फाइनेंशियल फ्रॉड के मामलों में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है, 2024-25 के शुरुआती 10 महीनों में ही 4245 करोड़ रुपये की ठगी दर्ज की गई है. सरकार और RBI ने साइबर फ्रॉड रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिससे अब तक 4386 करोड़ रुपये रिकवर किए जा चुके हैं.

डिजिटल लेन-देन की बढ़ती लोकप्रियता के साथ-साथ ऑनलाइन स्कैम के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं. आए दिन साइबर अपराधी लोगों को धोखाधड़ी का शिकार बना रहे हैं और उनकी मेहनत की कमाई पर हाथ साफ कर रहे हैं. हाल ही में वित्त मंत्रालय ने राज्यसभा में पेश एक रिपोर्ट में खुलासा किया कि 2024-25 के शुरुआती 10 महीनों में ही डिजिटल फाइनेंशियल फ्रॉड के चलते 4245 करोड़ रुपये की हानि हो चुकी है. ये आंकड़ा दिखाता है कि कैसे साइबर क्राइम का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है.

रिपोर्ट में ये भी बताया गया कि सरकार साइबर फ्रॉड रोकने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठा रही है, जिससे अब तक 4386 करोड़ रुपये की धनराशि को बचाया जा चुका है. बावजूद इसके, डिजिटल ठगी के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है, जिससे सतर्कता और सावधानी बरतने की जरूरत और बढ़ गई है.

नुकसान के आंकड़े चौंकाने वाले

वित्त मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, 2022-23 में लगभग 20 लाख ऑनलाइन स्कैम के मामले दर्ज हुए थे, जिनमें लोगों ने 2537 करोड़ रुपये गंवा दिए थे. वहीं, 2023-24 में ये संख्या बढ़कर 28 लाख पार कर गई, जिसमें 4403 करोड़ रुपये की साइबर ठगी हुई. ये साफ है कि बीते सालों में ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामलों में लगभग 67% की बढ़ोतरी हुई है, जो एक गंभीर चिंता का विषय है.

कैसे काम कर रहा है फ्रॉड रिपोर्टिंग सिस्टम?

वित्त मंत्रालय ने बताया कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने फ्रॉड रिपोर्टिंग सिस्टम तैयार किया है, जिसके तहत बैंक, नॉन-बैंक प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट इशूअर्स और नॉन-बैंक क्रेडिट कार्ड इशूअर्स फ्रॉड की घटनाओं की रिपोर्ट कर सकते हैं.

इसके अलावा, सरकार ने सिटिजन फाइनेंशियल साइबर फ्रॉड रिपोर्टिंग और मैनेजमेंट सिस्टम की शुरुआत की है, जो शिकायतों के आधार पर त्वरित कार्रवाई करके ठगी गए पैसे को बचाने में मदद करता है. अब तक इस सिस्टम की मदद से 1.3 मिलियन शिकायतों का निपटारा किया जा चुका है और करीब 4386 करोड़ रुपये की रकम रिकवर की गई है.

कैसे बचें ऑनलाइन स्कैम से?

अगर आप ऑनलाइन ठगी का शिकार होने से बचना चाहते हैं, तो इन बातों का खास ध्यान रखें:

अज्ञात ईमेल या मैसेज पर क्लिक न करें: स्कैमर्स फर्जी लिंक भेजकर आपके बैंक डिटेल्स चुरा सकते हैं.
वेबसाइट की विश्वसनीयता जांचें: किसी भी वेबसाइट पर अपनी बैंकिंग जानकारी दर्ज करने से पहले ये सुनिश्चित करें कि वह सुरक्षित है.
मजबूत पासवर्ड सेट करें: अपने बैंक अकाउंट और डिजिटल वॉलेट के लिए मजबूत पासवर्ड बनाएं और नियमित रूप से उसे अपडेट करते रहें.
पब्लिक वाई-फाई से बचें: साइबर अपराधी सार्वजनिक वाई-फाई नेटवर्क के जरिए आपकी निजी जानकारी चुरा सकते हैं.
अलर्ट रहें: अगर कोई अनजान व्यक्ति आपसे फोन पर बैंकिंग डिटेल्स मांगता है, तो उसे न दें. बैंक कभी भी OTP या पासवर्ड नहीं मांगते.

ऑनलाइन स्कैम की शिकायत कहां करें?

अगर आपके साथ ऑनलाइन धोखाधड़ी होती है, तो तुरंत शिकायत दर्ज कराएं. सरकार ने साइबर फ्रॉड की रिपोर्टिंग के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है.

साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर: 1930
ऑनलाइन शिकायत दर्ज करने के लिए: www.cybercrime.gov.in

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21 March 2025, 05:11 PM IST

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