Emergency Landing: तमिलनाडु के त्रिची एयरपोर्ट पर एयर इंडिया के विमान की इमरजेंसी लैंडिंग ने एक बार फिर से एयर यात्रा की चुनौतियों को उजागर किया है. यह विमान त्रिची से शारजाह के लिए उड़ान भर चुका था लेकिन कुछ देर बाद ही इसके लैंडिंग गियर में तकनीकी खराबी आ गई. इस स्थिति के चलते पायलट को विमान को तुरंत वापस त्रिची एयरपोर्ट पर लैंड करने का निर्णय लेना पड़ा.
विमान जब आसमान में था, तब पता चला कि इसके पहिए अंदर नहीं जा रहे थे. इससे विमान में कई संचालन संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो गईं. एयरपोर्ट के अधिकारियों ने योजना बनाई कि विमान को ईंधन खत्म होने के बाद सुरक्षित लैंडिंग कराने का प्रयास किया जाए. क्योंकि ईंधन से भरे विमान की इमरजेंसी लैंडिंग के दौरान दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती है, इसलिए यह स्थिति और भी चिंताजनक थी.
अस्पताल की तैयारी में जुटे थे कर्मचारी
जब विमान की इमरजेंसी लैंडिंग की सूचना मिली तो एयरपोर्ट पर एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड की गाड़ियां तैनात कर दी गईं. राहत की बात यह रही कि विमान ने सफलतापूर्वक लैंडिंग की. सभी 141 यात्री सुरक्षित विमान से बाहर निकाले गए और उनकी जान बच गई.
आसमान में चक्कर लगाता रहा विमान
विमान को लगभग 2 घंटे तक हवा में उड़ान भरनी पड़ी, ताकि इसमें भरा ईंधन खत्म किया जा सके. इस दौरान यात्रियों की जान हवा में लटकी रही. इमरजेंसी लैंडिंग की योजना को देखते हुए पूरे एयरपोर्ट पर हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया और कुछ रनवे पर विमानों की आवाजाही को भी डायवर्ट किया गया.
इंजीनियरों की टीम ने संभाली स्थिति
विमान की सुरक्षित लैंडिंग के बाद एयरपोर्ट पर स्थिति सामान्य हो गई और विमानों की आवाजाही फिर से शुरू हो गई. एयर इंडिया के अधिकारी और इंजीनियर तकनीकी खराबी का पता लगाने में जुट गए हैं. वहीं प्रभावित यात्रियों को भी एयरपोर्ट पर रुकने के लिए कहा गया है.
मुख्यमंत्री की सक्रियता
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने इस घटना पर तुरंत प्रतिक्रिया दी. उन्होंने ट्वीट कर बताया कि उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि विमान की सुरक्षित लैंडिंग हुई. उन्होंने अधिकारियों के साथ आपातकालीन बैठक कर आवश्यक सुरक्षा उपायों को लागू करने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री ने यह भी सुनिश्चित किया कि सभी यात्रियों की सुरक्षा का ध्यान रखा जाए और चालक दल को सहायता प्रदान की जाए.
एयर इंडिया ने किया स्पष्टीकरण
एयर इंडिया ने इमरजेंसी लैंडिंग से संबंधित मीडिया रिपोर्टों पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि परिचालन दल ने कोई आपातकाल घोषित नहीं किया था. विमान ने एहतियात के तौर पर रनवे की लंबाई को ध्यान में रखते हुए चक्कर लगाए. गड़बड़ी के कारणों की जांच की जाएगी.
इस घटना ने एक बार फिर से यह सिद्ध कर दिया कि विमान यात्रा में सुरक्षा कितनी महत्वपूर्ण होती है और एयरलाइन कंपनियों को तकनीकी समस्याओं से निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए. First Updated : Friday, 11 October 2024