नकली गैर-कृषि लाइसेंस दिखाकर 900 लोगों को बेचे गए प्लॉट, पुलिस रह गई दंग
जालना में 900 लोगों को नकली गैर-कृषि लाइसेंस दिखाकर प्लॉट बेचने का मामला सामने आया है. बिना सरकारी अनुमति के नकली लाइसेंस बनाकर और उसे असली दिखाकर इन प्लॉट्स को बेचा गया, जिससे हड़कंप मचा हुआ है.
जालना में एक बड़ी धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. इस धोखाधड़ी में लगभग 900 लोगों को नकली गैर-कृषि लाइसेंस दिखाकर प्लॉट बेचे गए. यह घटना जालना तालुका के सिद्धी कलेगांव और हड़प सावर्गांव के क्षेत्रों में हुई. बिना सरकारी अनुमति के नकली लाइसेंस बनाकर और उसे असली दिखाकर इन प्लॉट्स को बेचा गया. इस धोखाधड़ी के कारण निवेशकों में घबराहट फैल गई है.
लोगों को धन वापसी की उम्मीद
धोखाधड़ी की शिकायत जालना तहसील कार्यालय के डिप्टी तहसीलदार देविदास माधवराव खरातवकर ने पुलिस स्टेशन में की. प्लॉट्स को बिना किसी कानूनी स्वीकृति के किस्तों में बेचा गया. इस मामले की जांच में यह सामने आया कि शेख मुश्ताक शेख अमीर और शेख आसिफ शेख अमीर ने नकली NA लाइसेंस बनवाकर और बिना अनुमति के प्लॉट्स देने का झांसा दिया. इस धोखाधड़ी के खिलाफ 17 दिसंबर 2024 और 10 दिसंबर 2024 को आरोपियों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए. जांच के दौरान यह पाया गया कि धोखाधड़ी के शिकार हुए लोगों को अब सरकार से धन वापसी की उम्मीद है, क्योंकि केंद्रीय सरकार ने इस राशि को वापस दिलाने के लिए एक योजना बनाई है.
पुलिस विभाग के असिस्टेंट इंस्पेक्टर मिथुन घुगे ने बताया कि जिन लोगों ने सिद्धी कलेगांव और हड़प सावर्गांव में प्लॉट खरीदे हैं, उन्हें जांच अधिकारी से संपर्क करना चाहिए. इसके लिए उन्हें अपने सभी दस्तावेज जैसे रसीद, एग्रीमेंट और अन्य संबंधित कागजात के साथ जांच अधिकारी से संपर्क करना होगा.