क्या है क्वाड शिखर सम्मेलन जिसके लिए अमेरिका पहुंचे PM मोदी, इन नेताओं से करेंगे मुलाकात

PM Modi reached Americaप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को 3 दिन के दौरे पर अमेरिका गए हैं. यहां वो क्वाड शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे. इस दौरान पीएम मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के अलावा कई देशों के नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे. इसके अलावा पीएम मोदी 22 सितंबर को लॉन्ग आईलैंड में भारतीय समुदाय के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे.

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PM Modi Visit America: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार (स्थानीय समय) को तीन दिवसीय यात्रा पर अमेरिका पहुंच गए हैं. पीएम मोदी की ये यात्रा बेहद खास माना जा रहा है. पीएम मोदी फिलहाल अमेरिका के फिलाडेल्फिया में भारतीय समुदाय से मुलाकात कर रहे हैं. पीएम मोदी न्यूयॉर्क का दौरा भी करेंगी. यहां वे 22 सितंबर को लॉन्ग आइलैंड में एक बड़े सामुदायिक कार्यक्रम को संबोधित करेंगे. वहीं इसके अगले दिन, 23 सितंबर को वे भारत लौटने से पहले संयुक्त राष्ट्र के भविष्य के शिखर सम्मेलन' को संबोधित करेंगे.

बता दें कि क्वाड चार देशों का एक अनौपचारिक मंच है जहां मिलकर रणनीतिक सुरक्षा संवाद होता है. क्वाड ग्रुप का मकसद समुद्री सुरक्षा को मजबूत करना है. यह 2007 में शुरू हुआ था, लेकिन 2008 में ऑस्ट्रेलिया के हटने के बाद यह बंद हो गया था. 2017 में इसे फिर से शुरू किया गया था.

क्वाड शिखर सम्मेलन क्या है

क्वाड चार देशों का एक अनौपचारिक मंच हैं जहां मिलकर रणनीतिक सुरक्षा संवाद होता है. क्वाड शिखर सम्मेलन का मकसद समुद्री सुरक्षा को मजबूत करना है. आर्थिक और सैन्य रूप से चीन की बढ़ती ताकत का मुकाबला करने के लिए इस संगठन की स्थापना की गई थी. इस बार क्वाड शिखर सम्मेलन की मेजबानी अमेरिका के राष्ट्रपति जोसेफ आर.बाइडेन कर रहे हैं. राष्ट्रपति बाइडेन अपने गृहनगर डेलावेयर में क्वाड नेताओं की मेजबानी करेंगे.

इसके बाद भारत ने 2025 में अगले क्वाड शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने पर सहमति व्यक्त की है. क्वाड शिखर सम्मेलन में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज और जापान के पीएम फूमियो किशिदा भी शामिल होंगे.

भारत के लिए क्यों खास है क्वाड सम्मेलन

भारत के क्वाड सम्मेलन इसलिए खास है क्योंकि यह चीन के बढ़ते आर्थिक और सैन्य प्रभाव के प्रति एक सामूहिक प्रतिक्रिया है. इस सम्मेलन के जरिए भारत को अपने पड़ोसी देशों के साथ संबंधों को मजबूत करने और क्षेत्रीय सुरक्षा को बढ़ावा देने में मदद करता है. इसके अलावा भारत को अपनी आर्थिक और सैन्य क्षमताओं को बढ़ाने में मदद करता है जिससे वह चीन के साथ प्रतिस्पर्धा कर सके.

First Updated : Saturday, 21 September 2024