PM Modi Man Ki Baat: पीएम मोदी ने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के 102 वें एपिसोड में देश के तमाम मुद्दों पर देश की जनता को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने अपने अमेरिका के राजकीय दौरे के बारे में देश को बताया तो वहीं इमरजेंसी के दंश को याद करना नहीं भूले।
इमरजेंसी को याद करके सिहर जाता है मन
पीएम मोदी ने मन की बात में आपातकाल का जिक्र करते हुए कहा कि,साथियों,भारत लोकतंत्र की जननी हैं। हम,अपने लोकतांत्रिक आदर्शों को सर्वोपरि मानते हैं, अपने संविधान को सर्वोपरि मानते हैं, इसलिए,हम 25 जून को भी कभी भुला नहीं सकते। यह वही दिन है जब हमारे देश पर इमरजेंसी थोपी गई थी। यह भारत के इतिहास का काला दौर था। लाखों लोगों ने इमरजेंसी का पूरी ताकत से विरोध किया था। लोकतंत्र के समर्थकों पर उस दौरान इतना अत्याचार किया गया, इतनी यातनाएं दी गईं कि सोच कर आज भी मन सिहर उठता है। इमरजेंसी के दौरान छपी इस पुस्तक में वर्णन किया गया है, कि कैसे,उस समय की सरकार, लोकतंत्र के रखवालों से क्रूरतम व्यवहार कर रही थी। कुछ दिनों पहले ही इमरजेंसी पर लिखी एक और किताब मेरे सामने आई जिसका शीर्षक है- Torture of Political Prisoners in India.मैं चाहूंगा कि आज जब हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं, तो, देश की आजादी को खतरे में डालने वाले ऐसे अपराधों को भी देखना चाहिए। इससे आज की युवा पीढ़ी को लोकतंत्र के मायने और उसकी अहमियत समझने में और ज्यादा आसानी होगी।
बिपारजॉय की तबाही पर बोले पीएम मोदी
पीएम मोदी ने चक्रवात बिपारजॉय से गुजरात के कच्छ जिले में हुई तबाही का जिक्र करते हुए कहा कि, “वहां के लोगों ने जिस मजबूती से उसका मुकाबला किया, वह अभूतपूर्व है। उन्होंने उम्मीद जताई कि कच्छ के लोग जल्द ही इस तबाही और आपदा से उबर जाएंगे।
First Updated : Sunday, 18 June 2023