PM मोदी का सांस्कृतिक कनेक्शन, Curry, Cuisine और Cricket ने गढ़ी भारत-श्रीलंका की दोस्ती
PM Modi Sri Lanka Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत और श्रीलंका के सांस्कृतिक संबंधों को "करी, व्यंजन और क्रिकेट" जैसे साझा जुनून से जोड़ा. पीएम मोदी ने ऐसा श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा डिसानायके द्वारा आयोजित राजकीय भोज में भाग लेते हुए कहा. पीएम मोदी ने दोनों देशों की ऐतिहासिक, धार्मिक और सामाजिक एकता को मजबूत बताते हुए आपसी साझेदारी का आश्वासन भी दिया.

PM Modi Sri Lanka Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने तीन दिवसीय श्रीलंका दौरे के दौरान शनिवार शाम को राष्ट्रपति अनुरा कुमारा डिसानायके द्वारा आयोजित राजकीय भोज में भाग लिया. इस अवसर पर उन्होंने भारत और श्रीलंका के बीच सांस्कृतिक रिश्तों को उजागर करते हुए कहा कि दोनों देशों को करी, व्यंजन और क्रिकेट जैसे सरल लेकिन गहरे जुड़े पहलुओं ने एक सूत्र में बांध रखा है. प्रधानमंत्री मोदी ने श्रीलंका को हिंद महासागर का अनमोल मोती बताते हुए यहां की प्राकृतिक सुंदरता और लोगों की गर्मजोशी की सराहना की.
अपने भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने दोनों देशों को सभ्यतागत जुड़वां करार दिया और साझा भूगोल, इतिहास, भाषा और आध्यात्मिक परंपराओं के माध्यम से संबंधों की गहराई को रेखांकित किया. उन्होंने कहा कि भारत और श्रीलंका सदियों से मानसूनी हवाओं पर निर्भर करते आए हैं और एक-दूसरे के साथ व्यापारिक और सांस्कृतिक आदान-प्रदान करते रहे हैं.
सांस्कृतिक कनेक्शन को किया उजागर
प्रधानमंत्री मोदी ने मुस्कुराहट बिखेरते हुए कहा, "हमारे लोगों में करी, व्यंजन और क्रिकेट के लिए एक जैसी दीवानगी है. चाहे वह हॉपर्स हों या अप्पम, स्ट्रिंग हॉपर्स हों या इडियप्पम स्वाद वही है." यह बयान न सिर्फ सांस्कृतिक समानताओं को उजागर करता है बल्कि दोनों देशों के आम लोगों के जीवन में व्यंजनों और खेल की भूमिका को भी दर्शाता है.
ऐतिहासिक और आध्यात्मिक संबंध
प्रधानमंत्री ने भारत और श्रीलंका को "सभ्यतागत जुड़वां" बताते हुए कहा, "सम्राट अशोक ने अपने बच्चों को श्रीलंका भेजा था और आज भी भारतीय यहां तीर्थयात्रा के लिए आते हैं." उन्होंने बताया कि दोनों देशों के बीच बौद्ध और रामायण से जुड़े तीर्थस्थल सांस्कृतिक जुड़ाव के प्रतीक हैं. उन्होंने कहा, "बोधगया से अनुराधापुर और रामेश्वरम से थिरुकोनेश्वरम तक, ये स्थल हमारे सांस्कृतिक संबंधों को दर्शाते हैं."
श्रीलंका के साथ मजबूत साझेदारी का आश्वासन
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन के अंत में कहा, "भारत श्रीलंका की प्रगति और विकास की यात्रा में हमेशा एक विश्वसनीय मित्र बना रहेगा." इस आश्वासन के साथ उन्होंने द्विपक्षीय सहयोग को और सुदृढ़ करने की प्रतिबद्धता जताई.
रणनीतिक साझेदारी को नई दिशा
प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा ऐसे समय में हुई है जब भारत और श्रीलंका ने रक्षा, ऊर्जा, डिजिटल बुनियादी ढांचा, स्वास्थ्य और व्यापार के क्षेत्रों में सात समझौता ज्ञापनों (MoUs) पर हस्ताक्षर किए हैं. यह पहल क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव को ध्यान में रखते हुए महत्वपूर्ण मानी जा रही है.