प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक समाचार एजेंसी को इंटरव्यू दिया है, इसमें पीएम ने कई अहम मुद्दों पर बात की. उन्होंने कहा कि भारत में जी-20 सम्मेलन से कई सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं, इनमें से कई मेरे दिल के काफी करीब हैं. उन्होंने आगे कहा कि भारत दुनिया की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है, 2047 तक भारत विकसित देश होगा, साथ ही भ्रष्टाचार, जातिवाद और सांप्रदायिकता की हमारे जीवन में कोई जरूरत नहीं है.
पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया की जीडीपी केंद्रीत दृष्टिकोण से मानव केंद्रीत दृष्टिकोण में बदलती जा रही है. आज भारत इसमें उत्प्रेरक की भूमिका निभा रहा है. सबका साथ, सबका विकास विश्व के लिए भी एक सिद्धांत के रूप में काम कर सकता है. वैश्विक अर्थव्यवस्था को लेकर प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत आज छलांग लगाकर पांचवें स्थान पर पहुंच गया है. भविष्य में भारत दुनिया की अर्थव्यवस्था में तीसरे स्थान पर भी पहुंचेगा.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज भारत के युवाओं के पास विकास की नींव रखने का भी एक मौका है, जिसे 1 हजार वर्ष बाद याद किया जाएगा. लंबे समय तक भारत को 1 अरब भूखों वाले देश के रूप में देखा जाता था, लेकिन आज इसके पास कौशल और महत्वाकांक्षी मस्तिष्क है. उनहोंने कहा कि जी-20 में हमारे शब्दों को और दृष्टिकोण को विश्व ने केवल विचारों के रूप में ही नहीं बल्कि भविष्य के रोडमैप के रूप में देखा है.
अरूणाचल प्रदेश और कश्मीर जी-20 मीटिंग के सवाल पर पीएम मोदी ने पाकिस्तान और चीन आपत्तियों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि भारत के हर हिस्से में बैठक आयोजित होना स्वाभाविक है. वहीं, रूस और यूक्रेन युद्ध के सुलझने पर कहा कि विभिन्न जगहों पर युद्ध रोकने का एक मात्र तरीका कूटनीतिक है. पीएम ने आगे कहा कि साइबर क्राइम को रोकने के लिए वैश्विक सहयोग न केवल वांछनीय बल्कि अपरिहार्य है.
First Updated : Sunday, 03 September 2023