Parliament Security Breach: संसद की सुरक्षा चूक को लेकर राजनीतिक गर्म हो गई है, इसको लेकर संसद में भारी हंगामा देखने को मिल रहा है. विपक्ष ने लोकसभा स्पीकर से मांग की है कि इस घटना पर प्रधानमंत्री मोदी को खुद सदन में आकर बयान देना चाहिए. इस बीच पीएम मोदी ने संसद में चूक को लेकर दुख जताया है. उन्होंने कहा कि संसद सुरक्षा को लेकर जो चूक हुई है, उसकी गहनता के साथ जांच होनी चाहिए.
संसद में आतंकी हमले की बरसी के दिन 13 दिसंबर को सदन में घुसकर दो लोगों ने स्मॉक बम से अटैक किया. इस दौरान लोकसभा में पीला धुआं-धुआं हो गया था. इसके चलते एक समय लगा कि सांसदों की जान खतरे में आ गई है. बता दें कि समय पर सिक्योरिटी नहीं पहुंचने पर सांसदों ने इन दो लोगों को दबोच लिया था. पुलिस अपनी कार्रवाई के दौरान सिर्फ इन दो लोगों को गिरफ्तार किया बल्कि बाहर खड़े उनके दो अन्य साथियों को भी गिरफ्तार कर लिया. फिलहाल पुलिस इसकी जांच कर रही है.
संसद में भारी हंगामे के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि, सदन के अंदर हुई घटना की गहन जांच के लिए एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया गया है. कमेटी ने काम शुरू कर दिया है. इस समिति की रिपोर्ट जल्द ही सदन के साथ साझा की जाएगी. उन्होंने आगे कहा कि इसके अलावा, मैंने एक उच्चाधिकार प्राप्त समिति का भी गठन किया है जो संसद परिसर में सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं की समीक्षा करेगी और यह सुनिश्चित करने के लिए एक ठोस कार्य योजना तैयार करेगी कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हो.
संसद सुरक्षा उल्लंघन मामले में छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, दिल्ली पुलिस का कहना है कि हमले का मास्टरमाइंड ललित झा अपने समूह की हरकतों से देश में अराजकता फैलाना चाहता था और सरकार से अपनी बात मनवाना चाहता था. First Updated : Sunday, 17 December 2023