'युद्ध के मैदान में समाधान संभव नहीं', PM मोदी-पुतिन के बीच हुए 9 समझौते
India Russia Relationship: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस के 2 दिवसीय दौरे के बाद आज आस्ट्रिया में है. यहां उनकी मुलाकात चांसलर से होगी. इससे पहले PM मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन के साथ हुई बैठक में शांति का संदेश दिया है. इसके साथ ही दोनों नेताओं के बीच आतंकवाद के मुद्दे पर भी बात हुई है. भारत और रूस के बीच इस दौरे में 9 समझौते हुए हैं.
India Russia Relationship: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रूस दौरा पूरा हो चुका है. मास्को में 2 दिन रहने के बाद वो आस्ट्रिया के लिए रवाना हो गए हैं. इस दौरे को भारत-रूस संबंध के लिए काफी सफल माना जा रहा है. इसमें दोनों देशों के बीच 9 समझौते हुए हैं. वहीं भारत ने अपनी संस्कृति के अनुसार, शांति का संदेश भी दिया है. इस दौरे में PM मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के बीच आतंकवाद समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के दूसरे दिन द्विपक्षीय वार्ता हुई. इसमें रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सामने आतंकवाद के मुद्दे पर बात की. इसमें भारत-रूस की पेट्रोल-डीजल डील के बारे में भी बात हुई. इसी समय PM मोदी ने शांति का संदेश दिया. पूरी यात्रा में दोनों देशों के बीच अलग-अलग समय में 9 समझौते हुए.
युद्ध के मैदान में समाधान संभव नहीं
अनौपचारिक मुलाकात में पीएम मोदी ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से कहा कि युद्ध के मैदान पर कोई समाधान नहीं खोजा जा सकता है. उन्होंने शांति का संकेत देते हुए कहा कि शांति के लिए वार्ता करना बहुत जरूरी है. भारत हमेशा शांति के पक्ष है. भारत ने क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता के साथ संयुक्त राष्ट्र चार्टर का सम्मान करने की अपील की है. उन्होंने युद्ध के स्थान पर बातचीत और कूटनीति रास्ते सुझाए हैं.
9 समझौतों पर बनी बात
- द्विपक्षीय व्यापार से संबंधित गैर-टैरिफ बाधाओं को खत्म करने की उम्मीद 2030 तक 100 बिलियन डॉलर का आपसी व्यापार
- राष्ट्रीय मुद्राओं का उपयोग, आपसी निपटान में डिजिटल वित्तीय उपकरणों के उपयोग को बढ़ोतरी
- नार्थ साउथ परिवहन गलियारे, चेन्नई-व्लादिवोस्तोक समुद्री लाइन के जरिए कार्गो कारोबार में बढ़ोतरी
- कृषि उत्पादों, खाद्य और उर्वरकों में बढ़ोतरी, अन्य मेडिकल उत्पादों पर प्रतिबंध हटाने के लिए वार्ता
- परमाणु ऊर्जा, तेल शोधन और पेट्रोकेमिकल का विकास साझेदारी के साथ करना
- बुनियादी ढांचे, परिवहन इंजीनियरिंग, ऑटोमोबाइल, जहाज, अंतरिक्ष और अन्य औद्योगिक क्षेत्रों में बातचीत
- डिजिटल अर्थव्यवस्था, विज्ञान और अनुसंधान, शैक्षिक आदान-प्रदान के लिए संयुक्त विकास
- रूस में भारतीय चिकित्सा संस्थानों की शाखाओं को खोलने के साथ, अध्ययन को बढ़ावा देने की योजना
- मानवीय सहयोग का विकास, शिक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, संस्कृति, पर्यटन, खेल में विस्तार