PM मोदी थाईलैंड पहुंचे, बिम्सटेक शिखर सम्मेलन और समुद्री सहयोग पर महत्वपूर्ण चर्चा!

प्रधानमंत्री मोदी बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए थाईलैंड पहुंचे, जहां वह समुद्री सहयोग पर समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे. हवाई अड्डे पर उनका भव्य स्वागत हुआ और उन्होंने नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका समेत कई देशों के नेताओं से मुलाकात की. जानिए इस यात्रा से भारत के क्षेत्रीय संबंधों में क्या नया मोड़ आने वाला है!

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Edited By: Aprajita

PM Modi Thailand Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए थाईलैंड पहुंचे. इस यात्रा के दौरान, PM मोदी विभिन्न बिम्सटेक देशों के नेताओं से मुलाकात करेंगे और समुद्री सहयोग पर महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे. यह सम्मेलन बांगलादेश, श्रीलंका, नेपाल, म्यांमार, भूटान और थाईलैंड के साथ भारत के रिश्तों को और मजबूत करने का एक शानदार अवसर है.

मोदी का डॉन मुआंग हवाई अड्डे पर स्वागत

प्रधानमंत्री मोदी के थाईलैंड पहुंचने पर डॉन मुआंग हवाई अड्डे पर उनका स्वागत बेहद खास था. सिख समुदाय के सदस्य उनके स्वागत के लिए वहां पहुंचे और भांगड़ा करते हुए उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. यह स्वागत केवल एक औपचारिकता नहीं था, बल्कि भारत और थाईलैंड के बीच गहरे सांस्कृतिक रिश्तों का प्रतीक था. यह भारतीय संस्कृति और परंपरा का सम्मान दिखाता है और देशों के बीच मित्रता को और मजबूत करता है.

बिम्सटेक शिखर सम्मेलन: समुद्री सहयोग पर समझौते पर हस्ताक्षर

प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में, बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में समुद्री सहयोग पर अहम समझौते पर हस्ताक्षर किए जाएंगे. इस समझौते के जरिए इन देशों के बीच समुद्री सुरक्षा, व्यापार और अन्य समुद्री गतिविधियों में सहयोग बढ़ेगा. यह क्षेत्रीय सुरक्षा और समृद्धि के लिए एक अहम कदम साबित होगा, जिससे इन देशों के बीच बेहतर संबंध बनेंगे.

भारत और बिम्सटेक देशों का साझा उद्देश्य: क्षेत्रीय विकास और समृद्धि

प्रधानमंत्री मोदी ने बिम्सटेक को पिछले दशक में बंगाल की खाड़ी क्षेत्र में क्षेत्रीय विकास, संपर्कता और आर्थिक प्रगति को बढ़ावा देने वाला एक महत्वपूर्ण मंच बताया. उनका कहना है कि इस मंच के जरिए इन देशों के बीच साझेदारी को और बढ़ावा मिलेगा और क्षेत्रीय विकास को एक नई दिशा मिलेगी. मोदी का मानना है कि बिम्सटेक के तहत सहयोग से न केवल व्यापार बढ़ेगा, बल्कि इन देशों के बीच स्थिरता भी आएगी.

PM मोदी की मुलाकात: नेपाल, बांग्लादेश और म्यांमार के नेताओं से बातचीत

इस शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली, बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस और म्यांमार के सैन्य जुंटा नेता मिन आंग हलिंग से भी मुलाकात करेंगे. इन मुलाकातों के दौरान, वे क्षेत्रीय सुरक्षा और विकास को लेकर कई अहम मुद्दों पर चर्चा करेंगे, जो इन देशों के बीच सहयोग को और बढ़ावा देंगे.

श्रीलंका की यात्रा: मोदी का अगला पड़ाव

प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा थाईलैंड के बाद श्रीलंका की ओर बढ़ेगी. श्रीलंका का यह दौरा विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह नए राष्ट्रपति के चुनाव के बाद उनका पहला दौरा होगा. श्रीलंका के साथ भारत के गहरे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध हैं, और मोदी की इस यात्रा से दोनों देशों के रिश्ते और मजबूत होंगे.

भारत का क्षेत्रीय नेतृत्व

प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा भारत के क्षेत्रीय नेतृत्व को और मजबूत करने के रूप में देखी जा रही है. बिम्सटेक शिखर सम्मेलन और अन्य द्विपक्षीय बैठकें यह साबित करती हैं कि भारत दक्षिण एशिया और बंगाल की खाड़ी क्षेत्र में एक प्रमुख शक्ति के रूप में उभर रहा है. प्रधानमंत्री मोदी की विदेश नीति क्षेत्रीय सहयोग, सुरक्षा और आर्थिक विकास पर आधारित है, जो भारत को वैश्विक स्तर पर एक मजबूत और जिम्मेदार साझेदार बना रहा है.

प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा न केवल बिम्सटेक देशों के साथ रिश्तों को और मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारत के लिए वैश्विक मंच पर अपनी स्थिति को और मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण कदम भी है.

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03 April 2025, 11:57 AM IST

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