पीएम मोदी करेंगे नए पंबन ब्रिज का उद्घाटन, जानिए इसकी खासियत
नया पंबन ब्रिज भारत का पहला वर्टिकल लिफ्ट रेलवे ब्रिज है, जो समुद्री और रेल यातायात दोनों के लिए निर्बाध मार्ग उपलब्ध कराएगा. आइए जानते हैं इसकी प्रमुख विशेषताएं. प्रधानमंत्री मोदी नए पंबन ब्रिज का उद्घाटन भी करेंगे, जिसे भारत की इंजीनियरिंग क्षमता का अद्भुत उदाहरण माना जा रहा है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 6 अप्रैल को राम नवमी के अवसर पर तमिलनाडु के प्रसिद्ध रामनाथस्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे. यह मंदिर हिंदू धर्म में महत्वपूर्ण है और बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है. इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी नए पंबन ब्रिज का उद्घाटन भी करेंगे, जिसे भारत की इंजीनियरिंग क्षमता का अद्भुत उदाहरण माना जा रहा है. यह पुल समुद्र के ऊपर बनाया गया है. भारतीय रेलवे के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन किया गया है.
वर्टिकल लिफ्ट रेलवे ब्रिज
नया पंबन ब्रिज भारत का पहला वर्टिकल लिफ्ट रेलवे ब्रिज है, जो समुद्री और रेल यातायात दोनों के लिए एक सुगम मार्ग प्रदान करेगा. इसकी खासियत यह है कि जब बड़े जहाजों को गुजरने की आवश्यकता होगी, तो पुल का मध्य हिस्सा ऊपर उठ जाएगा, जिससे समुद्री यातायात में कोई रुकावट नहीं आएगी. इस तकनीक का उपयोग दुनिया के कुछ देशों में किया गया है और अब भारत भी इस सूची में शामिल हो गया है.
यह नया पुल 1914 में बने पुराने पंबन ब्रिज की जगह लेगा, जो भारत का पहला समुद्री पुल था. नया पुल आधुनिक तकनीक से लैस है और न केवल यातायात को सरल बनाएगा, बल्कि देश के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने का प्रतीक भी बनेगा. प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा और पंबन ब्रिज का उद्घाटन दक्षिण भारत के लिए एक महत्वपूर्ण घटना मानी जा रही है, जिससे धार्मिक और बुनियादी ढांचे दोनों क्षेत्रों में देश को नई ऊंचाइयों पर पहुंचने की उम्मीद है.
पंबन ब्रिज 2.05 किलोमीटर लंबा
नया पंबन ब्रिज 2.05 किलोमीटर लंबा है. यह बंगाल की खाड़ी में पाक जलसंधि पर स्थित है, जो रामेश्वरम द्वीप को भारत की मुख्य भूमि से जोड़ता है. इसे 535 करोड़ की लागत से रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) ने बनाया है. यह पुल हाई स्पीड ट्रेनों के लिए भी तैयार किया गया है.